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History and Culture

प्राचीन उदयपुर का शासन प्रबंध

उदयपुर का इतिहास व्यापक है| इसके कुछ पहलू अब तक अन-छुए हैं|  इनमें से एक पहलू ऐसा है जिनके बारे में शायद हम सब ने कभी ना कभी ज़रूर सोचा होगा कि प्राचीन समय में उदयपुर व राजा के महल में शासन प्रबंध किस प्रकार रहा होगा| किस प्रकार उदयपुर के कारखाने व न्यायालय कार्य किया करते होंगे| इसका कुछ हाल महामहोपाध्याय कवि राज श्यामल दास द्वारा रचित मेवाड़ के इतिहास की प्रसिद्ध किताब “वीर विनोद” में मिल जाता है| वह हाल कुछ इस प्रकार है-

“कपड़े का भंडार–  कुल राज्य में जितना कपड़ा खर्च होता है वह सब इस कारखाने में से ख़रीद कर जमा होता है| कपड़े के मामूली खर्च के सिवा अगर विशेष खर्च हो तो यह अधिकारी के हुक्म से होता है

कपड़े द्वाराइस कारखाने में खास महाराणा साहिब के धारण करने के वस्त्र रहते हैं|

रोकड़ का भंडार–  यह राज्य का मामूली ख़ज़ाना है| कुल राज्य में रोकड़ का खर्च यहां से होता है|

हुक्म खर्च-  यह कारखाना खास महाराणा साहिब के जेब खर्च का है| प्रतिदिन जो खर्च महाराणा साहिब के ज़बानी हुक्म होता है, उसके हिसाब पर दूसरे दिन खुद महाराणा साहब अपनी मुहर कर देते हैं|

पांडे की ओरी–  (“ओरी” हमारे यहां मेवाड़ी में छोटे कमरे को कहा जाता है|) इस कारखाने में पहले तो बहुत ही प्राचीन चीजें रहती थी लेकिन उसके हिसाब किताब और जमा खर्च में गड़बड़ देखकर महाराणा शंभू सिंह जी ने कुल ख़ज़ाने की मौजूदा चीजों को मुलाहज़ा फरमाने  के बाद जो चीज जिस कारखाने के लायक पाई गई उसको वहां पहुंचा दी और जो चीजें नीलामी वह बख़्शीश लायक थी, उन्हें बख़्शीश दे दी गई| महाराणा साहिब के पहने हुए जेवर और तस्वीरें भी इस कारखाने में रहती है|

सेज की ओरी इस कारखाने में महाराणा साहिब के खास आराम करने के पलंग वगैरह की तैयारी रहती है|

रसोड़ाइस कारखाने में सभी राजसी जन के लिए भोजन तैयार होता है|  पुराने समय में वही पर भोजन किया जाता था| जिसका रिवाज़ इस तरह था की राणा साहब अपने चौकी पर विराजमान होकर  भोजन करते थे| रिवाज़ तो बना लेकिन उसके बाद किसी कारण से उस कारखाने में भोजन करना बंद हो गया| वर्तमान समय में महाराणा अपनी इच्छा अनुसार पासवानों को अपने सम्मुख पंक्तियों पर बिठा कर भोजन करने की आज्ञा देते हैं|

पनेराइस कारखाने में महाराणा साहिब के पीने का जल, खुश्क, और तर मेवा, नाथद्वारा व एकलिंगेश्वरजी वगैरह देवस्थानों का महाप्रसाद और दवाखाना वगैरह रहता है|  

सिलहखाना– इस कारखाने में तलवार, बर्छी और तीर- कमान वगैरह कई प्रकार के शस्त्र रहते है, जिनमे खड्ग भी है। इसके अतिरिक्त, वह तलवार भी है जो बेचरामाता ने शार्दूलगढ़ के राव जशकरन डोडिया को और उन्होंने महाराणा लक्ष्मणसिंह को दी थी। इस तलवार को बाँध कर महाराणा हमीर सिंह ने किला चित्तौडग़ढ़ मुसलमानों से वापिस लिया और इसी तलवार से महाराणा प्रताप अव्वल ने अकबर बादशाह के साथ कई लड़ाइयां लड़ी। उपरोक्त शस्त्रों के अलावा कई प्रकार की ढाले, तोप, कवच वगैरह भी है।

बंदूकों का कारखाना– इस कारखाने में कई प्रकार की तोड़दार बंदूक और जुजावले रहती है, इनके अलावा नए फैशन की कई तरह की टोपीदार व कारतूसी बंदूके और पिस्तौलें वर्तमान महाराणा साहिब (महाराणा सज्जन सिंह जी) ने इकट्ठी करी है। पहले यह कारखाना बाबा चंद्र सिंह के निगरानी में था और अब प्रताप सिंह की संभाल में है।

छुरी कटारी की ओरी– इस कारखाने में कई प्रकार की छुरी व कटारियां रहती है।

देवस्थान की कचहरी–  इस कारखाने में कई छोटे-मोटे देव-स्थानों के जमाखर्ची का प्रबंध है, जिनके पुजारियों के लिए कुछ ब्न्धात नियत कर दिया गया है, जो कुछ उनको इस कचहरी के द्वारा मिलता रहता है। जो कुछ बचत जिस मंदिर की आमदनी से होती है वह उसी मंदिर की समझी जाती है।  केवल निगरानी मात्र राज्य की ओर से मालिकाना तौर पर रहती है। यह कचहरी महाराणा स्वरूपसिंह जी के समय से जारी है।

Shambhuniwas [Shambhu Niwas] Palace, Udaipur
Shambhuniwas [Shambhu Niwas] Palace, Udaipur
शंभूनिवास– महाराणा शम्भुसिंह जी ने शंभूनिवास नामी अंग्रेजी तर्ज़ का एक महल बनवा कर उसकी तैयारी व रौशनी वगैरह का सामान तथा बहुत सी किस्म की प्राचीन चीज़ें इसी महल के दरोगाह रत्नलाल के सुपुर्द कर दी थी, जिससे यह एक बहुत बड़ा कारखाना बन गया।

जनानी ड्योढ़ी –  यह कोई कारखाना नहीं है, बल्कि एक अलग ही सरकार है। सैंकड़ो औरत व मर्द इस ड्योढ़ी से परवरिश पाते है। ड्योढ़ी का कुल काम महता लालचंद व प्यारचंद की निगरानी से होता है और इनके त्तहत में महारानियो के कामदार, मौसल, और दास, दासिया वगैरह सैंकड़ो मनुष्य है|

Elephant fight, Odeypur
Elephant fight, Odeypur

फ़िलख़ानाह– इस कारखाने के निगरान पहले बाबा चन्द्रसिंह हुए, बाद में महाराणा स्वरुपसिंह जी ने इसकी बागडोर ढीकडियां राधाकृष्ण के हाथों सौंप दी जो उनके बाद उनके बेटो ने बखूबी संभाली। इस कारखाने मैं पैंतीस से लेकर पचास हाथी रहते है।    

Stables in the palace, Udaipur
Stables in the palace, Udaipur

घुड़शाला– इस कारखाने में ख़ास महाराणा साहिब की सवारी के और सभ्यजनों के घोड़े तथा बग्घियों के घोड़े-घोड़िया रहती है।

फर्राशखानह– इस कारखाने मे राज्य के कुल डेरे, सरायचे, कनाते, परदे, फर्श वगैरह व महलो का सामान रहता है।

छापाखानह– यह कारखाना बैकुण्ठवासी महाराणा सज्जनसिंह जी ने कायम किया था। इसमें “सज्जन कीर्ति सुधारक” नामक अखबार, अदालतों के इश्तिहार, समन वगैरह कागज़ात छपते है। आपको बता दे की यह किताब (वीर विनोद) भी इसी कारखाने में छपी है।

पुस्तकालय– इस राज्य में दो मुख्य पुस्तकालय है, एक नवीन पुस्तकालय जिसका नाम “श्री सज्जनवाणी विलास” है, जिसका महाराणा सज्जनसिंह साहिब ने निर्माण किया है और दूसरी प्राचीन “सरस्वती भण्डार” के नाम से प्रसिद्ध है। इनके अलावा मदरसे व विक्टोरिया हॉल का पुस्तकालय अलग है।

ऊँटो का कारखाना– रियासत में ऊँटो के दो कारखाने है। एक ढिकड़िया नाथूलाल के त्तहत में है जिसमे नौकर ऊंट और हज़ार-बारह सौ सरकारी ऊंट है। और दूसरा मेरे (कविराज श्यामलदास) त्तहत है जिसमे 40 ऊंट और 10 घोड़ियां है। यह चौकी के उन पचास सरदारों की सवारी के लिए है जो मेरे त्तहत में है। इन सरदारों की नौकरी ख़ास महाराणा साहिब के हुक्म से ली जाती है।

The Victoria Hall, Udaipur
The Victoria Hall, Udaipur

विक्टोरिया हॉल– यह कारखाना महाराणा साहिब ने अपनी क़द्रदानी और महारानी क्वीन विक्टोरिया की यादगार ज्युबिली के निमित्त सज्जन निवास बाग में एक बहुत अच्छा महल बनवा कर कायम किया है। इसमें दो और भाग है- एक संग्रहालय और दूसरा पुस्तकालय।

टकशाल– पहले राज्य में दो टकशाले थी- एक चित्तौड़ में और दूसरी उदयपुर में। फिरहाल उदयपुर की टकशाला ही जारी है जिसमे स्वरूपशाही अशर्फिया और स्वरूपशाही, उदयपुरी और चांदोड़ी रुपया बनता है।

जंगी फ़ौज– यह क़वायदी फ़ौज है। इसकी बुनियाद महाराणा शम्भुसिंह जी के समय पड़ी थी।  लेकिन महाराणा सज्जनसिंह जी ने इसको बढ़ा कर और भी दुरुस्त कर दिया। इसमें क़वायदी पल्टने, रिसालह, तोपखाना, और बैंड-बाजा वगैरह शामिल है।

मुल्की फ़ौज– इस फ़ौज से मुल्क़ी पुलिस का काम लिया जाता है।  

 

महकमे ख़ास के सभी कारखानों का बयान तो हम ऊपर लिख चुके है, अब दूसरा भाग अदालती रहा। उसका वर्णन कुछ इस प्रकार है-

महद्राज सभा– इसे मेवाड़ की “रॉयल कॉउन्सिल” समझाना चाहिए। दो बैठके मिलकर फैसलानामा बनाती है जो महाराणा साहिब के सामने पेश किया जाता है फिर उनकी मंजूरी के अनुसार ही फैसले जारी किये जाते है।

महकमह स्टाम्प व रजिस्ट्री– इसमें स्टाम्प छप कर जारी होते है। मकानात व ज़मीन जायदाद की खरीद फरोख्त के विषय में रजिस्ट्री की कार्रवाई भी यही होती है।”

गौरतलब है की पुरातन शासन प्रबंध आज के उदयपुर का आधार है। शान्ति और एकता हमेशा से ही यहाँ बसी है और आशा है की उदयपुर युहीं दुनिया में अपनी पहचान बनाये रखेगा।

 

उदयपुर के कुछ और प्राचीन और रौचक तस्वीरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें-

76 Superb Classic Photos of Old Udaipur

 

 

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100,000+ Followers! UdaipurBlog reaches yet another milestone | Journey so far

From an idea to an ideal, Udaipur’s most loved and talked – about Instagram channel, UdaipurBlog reaches 100K! Yes, UB touches a count of 100,000+ followers on Instagram today. The ride has been an amazing one people!

The UB Journey

On this day, we wanna take you back in time to watch how our ship sailed through the winds!

THE JOURNEY

When we touched 1000+ followers

22 July 2014

It is rightly said that a journey of a thousand miles begins with a single step. Our journey also started with little baby steps in the year 2014 with a tiny success of getting 1000+ followers on our Instagram handle.

The amazing 10,000

23 June 2015

Soon after a successful herald, we ticked our first box. 10k followers were huge for us and we duly thank Udaipur!

The happiness of 50,000 followers

5 August 2016

This cannot be put into great words, but yes, within a span of two years we gained wishes and support of 50k people over our Instagram. Have you ever experienced climbing a mountain? The feeling is always amazing, we sure do get tired but the view from there is worth all the efforts. Must have experienced it when climbing ‘Bahubali Hill’, haven’t you?

The same feeling comes when all the efforts creating an aesthetically appealing content for the people of the city you love, get appreciated by a loyal followership.

A whopping 100k

23 November 2018

Two years later to a 50K followership, today we have achieved 100K! The road to 100K wasn’t smooth but with the love for the city and its people made us work harder.

WHAT MADE UB UDAIPUR’S FAVE?

UB Food Drives

A new concept initiated by UdaipurBlog and spread to you by our Instagram in Udaipur received a lot of appreciation. We conducted two food drives for our lovely people of Udaipur. The whole concept was to meet new people, explore new eateries in Udaipur and of course taste good food!

UB Style

Coming up with the merchandise of our very own city. UB style is all about keeping the essence of the city alive through our wardrobe! People loved wearing the identity of our beautiful City of Lakes!

UB Photowalks and Workshops

We never forget our photographers and photography lovers! We conducted several workshops and photowalks for our enthusiasts.

Some of them are mentioned below:

Streets of India Photo Walk

UdaipurBlog held an amazing and the only SOI walk in Udaipur on 28th June, 2015.

Learn your DSLR by Pranshu Dubey Workshop

Another workshop held by UB was with Pranshu Dubey, the founder of PixelDo.com

It was a 3 days’ workshop and people really enjoyed a lot!

Udaipur Light Festival

The much talked about and much loved festival of Udaipur is the Udaipur Light Festival. Each year, since its inception, people in large number gather at a designated spot to celebrate the festivities of Diwali.

This year we witnessed an enormous crowd of 8000+ people at Shouryagarh Resort and Spa at ULF 2018!

WE ARE THERE FOR OUR PEOPLE!

We love promoting and fostering people’s ventures, important events and businesses so that they reach the newer nuances of success in their respective fields. We are there for our people! Our clientele has been very generous and kind to us and we look forward to working with an amazing array of creative people further in the future.

Another vital and loved entity is the UB Life Card which is for our clients of the hospitality & FnB industry so they grow exponentially.

Well, how can we forget #UBLifeTips!

PC: kushagra bhanaway

Last but not least,

WE ARE THANKFUL!

We extend our gratitude to everyone who has been a part of this amazing journey and to all those who will continue to be a part of us. Your kind comments, appreciation, positive criticism makes us BIGGER and BETTER with each passing year.

It is not just a celebration for us, but for all our people who constantly support us, who like our content and share it.

A special thanks to Dimpy Chundawat for managing and creating our Instagram what it is today. Three cheers for you!!!

You & We make #UBFamily

 

Thank you for being with us on this wonderful journey!

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Events

Know about the most loved festival of Udaipur- Udaipur Light Festival 2018

Udaipur’s Most Loved Festival made history on 4th November 2018! A whooping footfall of 8000+ people was witnessed on the event day. Yes! You heard me right! 8000+ people; which is undoubtedly the highest number ever seen in any private festival In and Around Udaipur. This whole write-up is dedicated to the tiniest to the largest elements of Udaipur Light Festival 2018, which made the festival ‘Oh-So-LIT’!!!

For all those who were a part of this colossal and magnificent festival can relive the memories, while for the ones who didn’t show up- we are giving you reasons why to attend the festival NEXT YEAR!

The 7th Year of Udaipur Light Festival was not just bigger and better but an epitome of excellent celebrations for the people of Udaipur. A one-of-a-kind and state-of-art concept of UDAIPURBLOG that is new and fresh every year- as they say, “Fine Wine Gets Better with Time”.

So, what made ULF so LIT…LIT AF?

A festival for the people of Udaipur

ULF is indeed the most loved and happening festival and we the people of Udaipur long to attend such an amazing day around Diwali. Starting from the venue I have listed everything that has made ULF 2018 a MEGA HIT.

Venue

The spanking venue, little away from the hustle bustle of the main city, nestled amidst nature- Shouryagarh Resort & Spa was one idyllic place for ULF. All green and ample space for creating the magic of ULF 2018.

Theme

This year ULF was inspired by Light so you wouldn’t have to guess or be surprised to find a décor with a lot of light and LIT elements. An amazing theme to compliment the concept of Diwali Season, sure to transcend you to another world!

Artists

Kutle Khan at ULF 2018
BPRAAK at ULF 2018
DJ DUO Shameless Mani & Shanaya at ULF 2018

A power-packed lineup is all you need to make the crowd ga-ga! Kutle Khan Project was the first artist to perform at ULF 2018 and no doubt the folk artist took our hearts away with his energetic stage presence. Headlining the event was ‘Musical Journey by B PRAAK’ who has sung some amazing songs including the very famous, Mann Bharrya. The artist gave a powerful performance and the people of Udaipur loved him.

Last up, the amazing DJ-Duo Shameless Mani & Shanaya took the stage and dropped some pounding bass. Their performance was dripping in energy and electric vibe! The event flow was amazingly managed by dashing Emcee Vishaal Aloysius Rasquinha.

How many of you did actually lose track of time? I know a lot would say yes!

Stages

Never-seen-before, there were 2 stages at ULF 2018. The LBERT acoustic stage which I could call the eye-candy stage became the major attraction during the daytime. With back to back singers, percussionists and lot many multi-genre artists performing live, this stage was on fire.

The Main Stage got the best of the attention of the crowd after the dusk began. The blinding lights coordinated with music were amazing and peeps were TRIPPIN’ over it which made it totally LIT!!!

Sound 

The never seen before heart throbbing Sound on LAcoustics K2 which touched everyone’s heart and soul.

Production

Seriously, guys, that is something you can call LIT AF! The entry was lit and then my favorite part- the LED screen placement of ‘UDAIPUR’. The stage, the photo booths, the décor at the food court and whatnot; the production was never seen before a no-brainer.

Food Court

8 food stalls at the food court of ULF catering to diverse taste buds were located just as you entered the main arena close to the LBERT acoustic stage. The food stalls also accepted electronic mode of payment easing out hassle, giving you a cashless experience.

Adventure Zone

First time in Udaipur, Body Zorbing was introduced in any festival or an event. Also, there were Water roller and Meltdown which were also new to any event in Udaipur.

LIVE Men’s Grooming

In association with our men’s grooming partner, LBERT Men’s Grooming, ULF 2018 witnessed a whole new concept of LIVE men’s grooming. Guys could actually go there and get themselves groomed at the stall. There were two hair stylists present at the stall who were styling hair and beards of the guys. It was again a one-of-a-kind concept in any event in Udaipur.

Zero tolerance to drugs and any malpractices

“We cannot control everyone present at the venue, but we make sure to check everyone prior to entering in the venue. We have a zero-tolerance policy when it comes to any kind of narcotics or malpractices. When someone is caught with drugs or indulged in any kind of ill-practice we immediately expel them out of the festival,” Ronak Chauhan, Team ULF.

The presence of drugs, cigarettes and other forms of narcotics cannot be denied at any festival but we keep our policies straight.

Behind Udaipur’s most loved festival

Behind the scenes is too mainstream, we work on the front! Hard work, dedication, round-the-clock work and days of sweating in the sun has made ULF a masterpiece as it is. A special thanks to all our team members and volunteers, without them it can never have that essence of glory!

We would also like to extend our gratitude towards our main sponsors without whom ULF would not have emerged as one great festival: MIRAJ Group, Rivona Naturals, LBERT Men’s Grooming.

The amazing production team which made it well coordinated and LIT –

Mega Sound – For the Amazing Sound that Udaipur got to experience. 

Ananta Stage Craft – For the LIT Stage Lights.

Apsara Tent House –  For the Ground Production & Decor.

Bharat LED Wall – For the Creative ‘UDAIPUR’ LED. 

Associates and Supporters: 94.3 MY FM, Pearl Suzuki, Astronomia Shoppe, VJ Ravi, Thrill zone, Shouryagarh Resort and Spa, Bling Ping Motion Pictures, Star Photoworks, Sancheti Automobiles, Forum Celebration Mall, Assure IT Infra, Naman Fireworks & Events, The Enchanted Affair, Phonographic Performance Limited, NOVEX, Royal Stache, Robin Hood Army, Pukaar Foundation, Dynamic Security, and BFSA. 

Food Stall Partners: The Rolls Carro, Book A Surprise, Desi Bites by MN, Foodies Cafe, Ice Cream Works, OMG Gaming Zone and Food Court, Sai Sagar, and Sigdi Chai.

Wishing you a delightful year ending and a great start of the new year.

Looking forward to writing about this amazing festival once again in 2019!!