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टीटी ने सीट नहीं बदली, उपभोक्ता मंच ने रेलवे से 24,000 रुपये दिलवाए।

किसी भी देश का आदर्श नागरिक वह व्यक्ति होता है जो जागरूक हो, अपने कर्तव्यों को लेकर। कोई भी सरकार या तंत्र भी तभी आदर्श माना जाता है जब वो अपने नागरिक या उपभोक्ता के अधिकारों का सम्मान और रक्षा करें। लेकिन जब दोनों के बीच की केमेस्ट्री गड़बड़ा जाती है तब ऐसी ख़बरों का जन्म होता है। ये बात कहीं गीता में नहीं लिखी है लेकिन ऐसा हमारा मानना है।

बात है सन् 2014 की। लेकिन आप सोच रहे होंगे कि 2014 की बात अब क्यों बताई जा रही है? तो उसकी वजह हमारी ‘न्याय-प्रणाली’ है पर ये दूसरा विषय है।

कहानी कुछ यूँ है कि अभिषेक भंसाली (बेदला रोड निवासी), सन् 2014 की सर्दियों में अजमेर से उदयपुर हॉलिडे स्पेशल के ए.सी. चेयर कार में सफ़र शुरू करने वाले थे। रेलवे टिकेट ऑनलाइन करवाया हुआ था। लेकिन ज्यों ही वो अपनी सीट नंबर 66 पर गए तो उन्हें सीट टूटी हुई मिली। कुछ देर एडजस्ट करने के बाद उन्होंने टीटी से सीट बदलवाने की गुजारिश की तो टीटी ने इग्नोर कर दिया। कुछ देर बाद फिर से बोलने पर भी करवाई नहीं की तो अभिषेक भंसाली ने टीटी से कंप्लेंट रजिस्टर माँगा तब टीटी ने जवाब दिया कि अगले स्टेशन पर उतरकर कंप्लेंट कर देना। सीट बैठने लायक नहीं होने की वजह से अभिषेक भंसाली को पुरे सफ़र के दौरान खड़े रहना पड़ा।

उसके बाद जो हुआ उससे हम सभी को कुछ सीखना चाहिए। अभिषेक भंसाली ने जिला उपभोक्ता मंच पर अपनी शिकायत दर्ज करवाई। जिला उपभोक्ता मंच ने रेलवे से 4000 रुपये पेनेल्टी के रूप में अभिषेक को देने को कहा। हालाँकि अभिषेक सिर्फ इतने से खुश नहीं हुए और वो इस केस को राज्य उपभोक्ता मंच लेकर गए। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए राज्य उपभोक्ता मंच ने उत्तर-पश्चिम रेलवे को राशि 4000 से बढ़ाकर 24,000 रुपये करने को कहा। 

यह बात हमें माननी चाहिए कि भले अभिषेक भंसाली को न्याय मिलने में देरी हुई लेकिन उन्हें अपने अधिकार पता थे। उन्हें ये भी पता था, अपने अधिकारों की रक्षा कैसे की जाती है। ये आपके हमारे लिए एक सबक है जिसे सिखने की ज़रूरत है। हम अक्सर ऐसी बातों को जाने देते है और बेवजह परेशां होते रहते है। jago grahak jaago

एक बात ध्यान रखने योग्य है। हम लोगो से तंत्र है, तंत्र से हम लोग नहीं। 🙂 

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सेल्फी के क्रेज से मर रहे लोगों को बचाने की मुहीम | लगेगा ‘सेल्फी पॉइंट’ रेलवे स्टेशन पर

रेलवे पटरियों पर सेल्फी लेते हुए मरने वाले लोगों की संख्या देख कर भारतीय रेलवे विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर ‘सेल्फी पॉइंट’ लगाने के concept के साथ आ रहा है। देश के 70 रेलवे स्टेशनों में से, राजस्थान में पांच प्रमुख स्टेशन- जयपुर, बीकानेर, उदयपुर, जोधपुर, गांधी नगर पर यह सेल्फी पॉइंट्स लगेंगे।

युवाओं को रेलवे की पटरियों के पास सेल्फ़ीज़ लेते हुए अक्सर पाया जाता है। भारतीय रेलवे के पास उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से, देशभर में सेल्फीज़ लेने के दौरान कम से कम सात लोग मारे गए हैं। ज्यादातर मोतें रेलवे पटरियों के पास हुई हैं।

सरकार ने इसे “Dangerous Trend” का नाम दिया है।

सेल्फी के क्रेज से मर रहे लोगों को बचने की मुहीम | लगेंगे 'सेल्फी पॉइंट' रेलवे स्टेशन पर
सोर्स: thelallantop

राजस्थान में रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक, ज्यादातर सेल्फी पॉइंट प्लैटफॉर्म नं. 1 पर होंगे, या तो ओवर ब्रिज के ऊपर या किसी अन्य सुरक्षित क्षेत्र में। सेल्फी पॉइंट्स का यह कार्य दिसंबर 2018 तक पूरा होने की उम्मीद है।

सेल्फी पॉइंट्स के अलावा और क्या क्या लगेगा?

  • अन्य सुविधाएं जैसे वेटिंग हॉल में पानी के एटीएम, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, व्हील चेयर और स्वयंसेवकों को नियुक्त किया जायेगा
  • इसी तरह, व्यावसायिक बैठकें आयोजित करने के लिए भी रेलवे स्टेशनों पर कुछ क्षेत्र निधारित किये जायेंगे
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Bigg Boss 11 famed Sapna Choudhary in Udaipur’s Wedding!

RJ Piyush Meghwal of KP Events on 9th March 2018 brought the Bigg Boss 11 famed and popular Haryanvi singer Sapna Choudhary to Udaipur in a grand wedding. This is the first time ever that Sapna Choudhary made her presence in a wedding. It is her debut public appearance in the City of Lakes, Udaipur.Bigg Boss 11 famed Sapna Choudhary in Udaipur’s Wedding!

Hosted by RJ Himanshu, the couple Jignesh and Bhavika insisted on having the celebrity at their wedding extravaganza. RJ Piyush Meghwal did an experiment that went successful and Sapna Choudhary agreed to fly over to the City of Lakes.

Other artists who performed at the wedding apart from Sapna Choudhary are Ranjit Randhawa and OCP Bhangra Troupe who specialize in providing Bhangra Dance groups. Sapna’s huge fanbase was delighted at the wedding to know that the celebrity is visiting.

This is the first time in Udaipur that a Bigg Boss Contestant is making an appearance at a wedding.

Udaipur has witnessed star-studded wedding several times in the history. The city has become a hub and sought-after venue for destination weddings and celebrity weddings as it is lined with beautiful luxe hotels which serve as a perfect place to tie the holy knots.

The Event was planned and managed by KP Events & Entertainment (Piyush Meghwal). KP Events & Entertainment is an Udaipur-based company concentrating on tailored wedding experiences. Its specialty is destination weddings with personalized and themed finery and details.Bigg Boss 11 famed Sapna Choudhary in Udaipur’s Wedding!

Sapna danced on “Chand Mera- Ghunghat Ki Oth”, a latest New Haryanvi Song of the year 2018. Her latest songs are ‘Tu Chiz Lajawab’, ‘Teri Ankhiya Ka Yo Kaajal’, ‘Bandook Maregi’, ‘Mai Teri Nachai Nachu’ and ‘English Medium’.Bigg Boss 11 famed Sapna Choudhary in Udaipur’s Wedding!

She also shook legs with the family members of the bride and groom. Have a look at the dance Sapna performed at the wedding:

Earlier Sapna Choudhary has appeared in weddings in Gujarat’s Surat. But this was the first time in Udaipur where she appeared in public to dance with the family of the newlywed.

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BUBBLE, A Movie by Students of IIM Udaipur Wins Multiple Awards

BUBBLE, with a runtime of twenty minutes, is the first film to have been shot in the new IIM Udaipur campus in Balicha and includes cast and crew members consisting of the Student Community of IIMU. The film has already won awards at the National Short-Film Making competition held at Nirma University, Ahmedabad, in the Best Story and Best Cinematography categories.

The film has been produced by Happy Hours Entertainment, founded by Saradindu Naskar, a student of the PGP 2016-18 batch of IIMU, who has also written, edited and directed the film.

Happy Hour Entertainment recognizes the power of ideas and aims to improve human life with stories that incite transformation.

BUBBLE is a psychological thriller constructed around the concept of Apophenia and uses a layered narrative to amalgamate multiple threads in the story.

Cast and Crew: Saumya Baldi, Swati Khairnar, Prakhar Tripathi, Anmol Sharma, Abhiruchi Kulhari, Samir Kumar Luha, Kawaljeet Kaur and Jebanezer Rajeev (DOP & Music).

Assistant Director & Production Manager: Samir Kumar Luha

Director of Photography & Music: Jebanezer Rajeev

Written, Edited & Directed by Saradindu Naskar

Watch the film on YouTube: Click Here

 

Information by: Saradindu Naskar

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कटाक्ष : #missingschooldays जैसे हैशटैग डालने वालो को अब स्कूल की याद नहीं सताएगी।

बारहवी की परीक्षा चल रही है। परीक्षा ख़त्म होते ही कॉलेज की दौड़-भाग शुरू हो जाएगी। कुछ लड़के-लड़कियां अभी से ही स्कूल को मिस करने लग गए है, लेकिन कुछ ऐसे भी है जो परीक्षा समाप्ति पर मिस करना शुरू करेंगे, उन्हें जैसे ही ये कॉन्फिडेंस आ जायेगा कि ‘हाँ… बेड़ा पार हो जायेगा’ और मिस करना शुरू कर देंगे।

लेकिन अब स्कूल की याद नहीं सताएगी। अगर याद नहीं सताएगी तो बहुत मुमकिन है कि सोशल मीडिया पर #missingschooldays, #alreadymissingschooldays जैसी आपदाएं भी नहीं नज़र आएगी। हमारी सरकार ने हमेशा हमारे दुःख-दर्द को सुना है और उसे कम करने की कोशिश की है। इस बार भी हमारी यह हैशटैग वाली पुकार सुन ली गयी है और ऐसा तोहफ़ा दिया है कि सुन लोगे तो खुशी से नाच उठोगे।

अब कॉलेज में भी स्कूलों की तरह ड्रेसकोड रहेगा। लड़कियां सलवार-कमीज़-दुप्पटा पहनी नज़र आएँगी तो लड़के पैंट-शर्ट-बेल्ट-टाई पहने नज़र आएँगे। राजस्थान के सभी गवर्मेंट कॉलेज के लिए यह आदेश लागू हो सकता है। अब तक तो शायद आपने नाचना भी शुरू कर दिया होगा।

dress code for college
photo courtesy: College dekho

आइये हम साथ में मिलकर इसके फायदे-नुकसान की बात करते है :

इसके क्या फायदे है –

  1. रोज-रोज के नए कपड़े पहनने की झंझट से निजात मिलेगी।
  2. “उसने तो वैसा पहना है, मैंने तो ऐसा पहना है” जैसा राष्ट्रिय मुद्दा ख़त्म हो जाएगा। 
  3. सप्ताह की दो ड्रेस गन्दी होगी। धोने-धुलवाने की माथापच्ची नहीं रहेगी।
  4. स्कूल की याद नहीं सताएगी।
  5. सरकार ने इतना कर ही दिया है, फिर भी स्कूल की याद आती है तो मेरी एक सलाह मान लीजिए। गले में प्लास्टिक की लटकने वाली बोतल और शर्ट की ऊपर वाली जेब पर पिन से रुमाल बांध देना। मैं गारंटी देता हूँ कॉलेज पूरी तरह से स्कूल लगने लगेगा। 

इसके क्या नुकसान है –

  1. अलमारी में पड़ी नयी ड्रेस वही पड़ी रह जाएगी। ड्रेस बिना पहने छोटी और टाइट हो जाने के आसार बढ़ जाएँगे।
  2. नए फैशन को फॉलो करने और दूसरों को दिखाने के लिए कोई प्लेटफॉर्म नहीं बचेगा।  
  3. शो-ऑफ करने वाले शो-ऑफ नहीं कर पाएँगे। उनकी सेहत पर विपरीत असर पड़ सकता है।
  4. हर क्लास के सलमान, शाहरुख़, कटरीना… भीड़ में खो से जाएँगे।
  5. जिसका बर्थडे होगा वो नयी ड्रेस पहनकर कॉलेज नहीं आ सकेगा। एक्लीयर्स/पारले जी की चॉकलेट बांटकर ही दुसरे छात्र-छात्राओं को दिखाना होगा कि आज उसका बर्थडे है।

 अब थोड़े सीरियस हो जाते है –

  1. हम सभी जानना चाहते है कि ड्रेस कोड कैसे हमारी पढाई में सुधार ला सकता है?
  2. हम सभी जानना चाहते है कि क्या ड्रेस कोड हमारा प्लेसमेंट करवाएगा?
  3. हम सभी जानना चाहते है कि ड्रेस कोड, अनुशासन कैसे ला सकता है?
  4. हम यह भी जानना चाहते है कि क्या ड्रेस कोड की वजह से हमारे कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार आ सकता है?
  5. हमें यह भी जानना है कि क्या ड्रेस कोड कॉलेज में खाली पड़ी लेक्चरार की सीटों को भर पाएगा? उनकी कमी की पूर्ति कर पाएगा?
  6. हम अंत में यह जानना चाहते है कि क्या ड्रेस कोड हमारे भारतीय एजुकेशन सिस्टम की कमियों में सुधार ला पाएगा?

धन्यवाद

– एक छात्र

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ग्लोबल मेन्टोरिंग वॉक में दौड़ेगी 60 देशों की वर्किंग वूमन्स, इवेंट 11 मार्च को

देश में हर वर्ग की कामकाजी महिलाओं के उत्थान एवं स्वावलम्बन के लिये कार्यरत वीमन मेन्टर्स फोरम एवं अमेरीका की हिलेरी क्लिटंन द्वारा स्थापित स्वयंसेवी संस्था वाईटल वाॅयसेस के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 11 मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में कामकाजी प्रोफेशनल महिलाएं फतहसागर पाल पर दौड़ेगी।

फोरम की उदयपुर हेड डाॅ. अनिता भण्डारी ने बताया कि अनिता सुराणा द्वारा गठित वीमन मेन्टर्स फोरम के उदयपुर में गठन होने के बाद यह प्रथम इवेन्ट है। यह दौड़ रविवार को 60 देशों के 151 शहरों में एक साथ ग्लोबल मेन्टोरिंग वाॅक्स के रूप में आयोजित होगी। उन्होंने बताया कि भारत में इस संगठन का मुख्य उद्देश्य कामकाजी महिलाओं में नेतृत्व क्षमता का विकास करना, चुनौतियों का सामना करते हुए महिलाओं को आगे बढ़ाना है। भारत में इस अन्तर्राष्ट्रीय संगठन के साथ मिलकर यह संगठन उक्त दौड़ आयोजित कर रहा है।

फोरम की कोर ग्रुप की सदस्य श्रीमती शुभ सिंघवी ने बताया कि ग्लोबल मेन्टोरिंग वाॅक्स संस्था विदेशों में उन महिलाओं के लिये कार्य करती है जो प्रोफेशनल तौर पर संस्थायें चला रही है। आयोजन की मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी, विशिष्ठ अतिथि कुवंरानी निवृत्ति कुमारी मेवाड़ होगी जबकि दौड़ को फ्लैग आॅफ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर तैराकी में नाम कमा चुकी गौरवी सिंघवी करेगी। दौड़ प्रातः 7 बजे रवाना होगी। दौड़ मेें 22 वर्ष की युवती से लेकर 60 वर्ष की तक महिलायें भाग ले सकेगी।

फोरम की कोर सदस्या शिल्पा बापना ने बताया कि इस दौड़ में 100 से अधिक महिलाएं भाग लेगी। इस अवसर पर संगठन से जुड़ी महिला सदस्याओं ने आयोजन के पोस्टर का कुंवरानी निवृत्ति कुमारी मेवाड़ ने विमोचन किया। शहर में इस संगठन को आगे बढ़ाने के लिये पूनम राठौड़, हसीना चक्कीवाला, श्रद्धा कोठारी, चन्द्रिका झोटा, सोनाली मुर्डिया कार्यरत है।

News Source: UdaipurTimes.com
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Mewar Health Care Achievers Award 2018

With The Great Art Glamour the Third Edition of Mewar Health Care Achievers Award 2018 was celebrated at Bhairav Garh, Udaipur that was graced by the presence of a huge number of young and veteran medicos of the town. The event was presented by Mount Litera zee School Udaipur and Radio city 91.9 represented  by Mr. Arun Mandot, Mr. Manish Kapoor & Mr. Rahul Dubey respectively. The Event Co-sponsors were Prateek Power Industries, UN Motors and PropsGuru which were represented by Mr. Prateek, Mr. Bhupendra Kalra & Mr. Shubham Gandhi respectively, UdaipurBlog headed by Mr. Sanjit Chohan was the online media partner.

The function started with Ganpati Pujan by Ajay Choudhary (CMHO,Sikar) & the Chief Guest Dr.D.P.Singh (Principal, R.N.T Medical College Udaipur) & other guests.

Dr. Anand Gupta (Secretary, Indian Medical Association Udaipur Chapter) welcomed the guests and gave a brief introduction of history and need of the event, Ms. Munmun Chakraborty (Principal Mount Litera Zee School Udaipur) talked about some salient features of the school, This was followed by a video presentation about the school.

In his address Dr. D.P. Singh talked about the hardship of a doctor’s life and need for respecting their vital role in the health care of the society, Dr. Ajay Choudhary,  State President of Indian service doctors associations emphasis the need for bigger public support for the right cause of the medical fraternity.

The service of Dr. Sanjay Gandhi of GMCH Udaipur & his team for their efforts in getting the best treatment of Dr. Meena in Udaipur and Ahmedbad were appreciated however inspite of which the latters life could not be saved. For organizing such a big event successfully the services of Alpesh Lodha Branch Head, Srishti Sanchar advertising were highly appreciated. The contribution of Dr. Sunil Chug, President, IMP Association, Udaipur was also recognized. Dr. A.S. Gupta the reputed Surgeon was honoured with Life Time Achievement Award. The Entrepreneur of the Year Award went to Dr. Kshitiz Murdia of Indira IVF, Udaipur Dr. Arvind Singh of Arth Diagnostics, Udaipur earned the conceptual creativity (other than Medical Professions) Award, Dr. P.C. Jain was honoured for his outstanding work in the field of De-additive and rainwater harvesting.

Dr. B.S. Bomb of Aravali Hospital, Udaipur was felicitated in the MedicineCategory and Dr. A.L. Salvi of Ananta Hospital, Udaipur in the surgery category. Dr. Shilpa Goyal of GBHAmerican Hospital, Udaipur was honoured in the field of gynaecology and obstetrics. So also was Dr.Usman Khan of Aravali Hospital Udaipur in Orthopedics sector. Dr. Sushant Joshi of Partani ENT Hospital, Udaipur was felicitated in ENT whereas the award in ophthalmology went to Dr. Sharva Pandya of Drishti, Udaipur Dr. Jangid of Jivanta Hospital, Udaipur was honoured for his excellent work in the field of pediatrics

Dr.Prashant Agarwal of Dermadent, Udaipur bagged the award in Skin and Hair transplant category. Dr.Sitaram Barath of Geetanjali Medical College and Hospital, Udaipur won the Radiology Award. No wonder the Neurology Award went to the renowned Dr. Atulabh Vajpeyee of Pacific Medical College and Hospital, Udaipur in the field of Anesthesia was honoured Dr.Deepak Shah of Saraswati Super speciality Hospital, Udaipur Dr. Gulshan Mukhiya of GMCH, Udaipur bagged the Nephrology Award. Dr. Amit Khandelwal of GBH Hospital was honoured with Cardiology Award whereas the Oncology Award went to his Colleague Dr.Manoj Mahajan.

The Oxco Surgery Award was shared by Dr. Devendra Jain and Dr. Subhabrata Das both of GMCH, Udaipur. The endocrinology category Award was given to Dr. Jai Chordia Fortis Hospital, Udaipur. Dr.Vipin Mathur, Govt. MB Hospital, Udaipur bagged the Gastroenterology Award while the Urology Award went to Dr. Hanumant Singh Rathore of PMCH, Udaipur. Dr. Mayank Seth of Medi Center Udaipur was honoured with Pathology Award Dr. Kalpesh Purbia of Pacific Institute of Medical Science,Udaipur was honoured for his contribution in this field of physiotherapy so was Dr. Kaushalya Dangi of the same institute to be award for

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Udaipur inches closer towards becoming a Smart City – still a long way to go!

After the recent amendments to the Smart City project, Udaipur has come a lot closer to realizing its dream of becoming a smart city. Needless to say, Udaipur literally upped the ante by performing exceptionally well in the latest ranking conducted by the Ministry of Housing and Urban Affairs, Government of India and has really given the other cities a run for their money. It is the combined efforts of the people of the city and the Municipality that Udaipur is now seen as a competitor in the smart city race. Udaipur ranked 4th in the rankings and was judged on the basis of the commencement and completion of projects within the timeframe along with the tender allotment process and the implementation speed.

Some of the recent developments in the city include pole-less old city area, under which all the open lines and connections including cable, internet, telephone will be made underground, also, the undergoing sewage line modification and the door-to-door garbage collection plans have given a boost to the residents and motivated everyone to perform our bit towards making Udaipur a Smart City.

Different people have different approaches to the concept of Smart City. It depends on the level of development, desire to change and reform, and most importantly, the dreams of the citizens of the city. The main aim remains to promote cities that provide core infrastructure and provide a decent standard of living to its residents along with a clean and green environment.

The main objectives with which a smart city is developed include:
  1. E-Governance, through online records, complaint management, etc.
  2. Green City, providing alternate energy and utilities, also, being transport efficient.
  3. Public Safety which means strict law enforcement and proper security and surveillance.
  4. Smart Building which optimizes energy and smart metering.
  5. Proper healthcare services followed by asset management, telemedicine, and remote monitoring.
  6. Education that is research-based and is technologically equipped.
  7. Transport, which includes, fleet optimization, airport, and railway management.

Running along the same lines, Smart City Board gave a nod to ABD tenders (Area Based Development worth ₹537 crores to L&T company. They broadly include the development of 50 Bus Q shelters, Conservation and development of works of heritage appearance, lighting for bazaars in the Walled city area under Udaipur Smart City project Phase-I and redevelopment of Government schools and Anganbaris in the municipal areas for which the work-order will be prepared in the next 10 days. Whereas, the work shall commence after the company’s two-month survey and is expected to complete the same within a timeframe of 2 years.

Here are some amendments that make the ABD tender such a special gift for the city:

An all-day water supply to all the eighteen wards coming under the Walled city area.

New network of sewage lines to be laid.

Upgradation of old lines with new techniques.

Pole-less walled city area with all the connections going underground.

New roads in ABD area.

Covered drainage lines and gutters.

SCADA system implementation that helps to gather reports online about electricity, water, etc. through sensors and delivering commands to control relays.

The Ministry of Urban Development (MoUD) lauded the tender allotment process of Smart City Limited and Board and gave directions as to how the same should be served as a Model Tender throughout the country.

Rajasthan was the first major state to have gotten the smart city projects approved for all the four cities in mere two rounds of the competition. Udaipur got through in just the first round of 20 smart cities along with Jaipur followed by Ajmer and Kota in the second round of the competition. Rajasthan is one of the 11 states to start implementing the six urban missions that comprise the development of the heritage city and augmentation yojana. The Government of Rajasthan is spending close to ₹30,000 crores on these projects. The projects are expected to be completed by the year 2020.

What are your thoughts about Udaipur’s Smart City mission?

Tell us in the comments below and suggest some ideas and measures we can take to take it a level further. After all, it is our city and our participation remains of the utmost importance!

Keep the city clean. Charity begins at home!

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State Budget 2018: Reactions of the People!

Considered generally a magic wand which fulfills all expectations in one stroke, the annual budget of the state is one of the most eagerly awaited events by the public. As soon as it is presented in the assembly, one group has nothing but praise for it while another one finds nothing beneficial for anyone in it. In between are a small number of persons who impartially analyze its positive and negative features that impact different sections of the society like the housewife, the poor, the rich and the middle-class people, the businessmen and the like.

Health Care Sector

In the healthcare sector, the budget provides more ventilators, for ICU Swine flu ward to which 50 more beds were added recently and the nephrology depts. Get four more dialysis machines at the cost of 1.10 Crore. This would benefit the fast-increasing number of swine flu patients that come to M.B Hospital. In September – October last year about 34 persons died of this disease. The facility of dialysis machines would lessen the present waiting period of kidney patients.

Education Sector in Udaipur

The education sector in Udaipur district is to get more facilities. Half out of 544 govt. Adarsh schools at the Gram Panchayat Headquarters do not have enough classrooms in keeping with the number of enrolled students. The provision of building about 3400 additional classrooms in 1163 Adarsh schools in the state would also benefit Udaipur schools. Over 3 lac school students in the district are to get milk three times in a week as part of Poshahar scheme. The district has 653 secondary and about 3500 primary schools that are run by the govt. Recruitment of over 77,000 school teachers would improve quality of teaching in govt. Madanmohan Malviya Ayurved College, Udaipur. At present, there are P.G courses in 5 subjects. Now provision has been made for P. G diploma courses in Sharsutra (30 seats) B.Sc Nursing course (20 seats) one-year course P.G diploma course in Panch Karma technical assistant (30 seats) and diagnosis and maternity course. This would raise the quality of medical services.

Mavli is to get a government college. To solve the problem of inadequacy of teaching faculty, the services of retired faculty can be taken on pay minor pension basis. Students of M.G College, Udaipur would benefit from the decision to include in state financing 64 subjects of three facilities of U.G and P.G courses that are being run for five years under the self-financing scheme. All the govt. colleges in the state would get wi-fi facilities.

Judiciary

So far as the judiciary is concerned, one more NI cases court is to be added to the five existing ones. There are over 17,500 pending cases of bounced cheques in Udaipur that were filed 10 to 15 years ago. Now cases would be decided more expeditiously.

Games and Sports

All the five Janjati Khel Chatrawas in all the districts of Udaipur Division would be upgraded to sports academies. The three hostels in Udaipur in Madhuban, Sardarpura, and Khelgaon would become academies of games. It would soon, be decided which one would have archery, hockey, football, volleyball, kabaddi, and swimming. This would result in the availability of high quality, coaching, better diet etc.

A provision of 3000 crores has been made for taking water from Banswara Mahi to Jakham and from there to Rajsamand. The sanction of phases three and four of Dewas project would help in the permanent solution of water problem of Rajsamand, Amet, Kelwa, Railmagra, Sardargarh, Deogarh etc. In Udaipur district, there are to be three more ancient at Dholigar, Chuli ka Naka and Akolanaka.

Agriculture, Tourism, and others

Van Upaj Mandi Yards is to be opened in Kotda, Salumber and Gogunda. So, farmers would not here to come to big cities to sell their products. To promote tourism, a concession of 50% on stamp duty has been given to those who purchase or take on lease 10 floors in multi-story buildings.

Maharana Khumbha panorama is to be developed at Malyawas (Madaria).

Kanode has been made tehsil and Arthuna would become a sub-tehsil. Developers have welcomed the budget as DLC rate has been reduced by 10% and it would not be raised till March 2019 stamp duty on EWS and Low-Income Group Housing has been reduced from 75% to 50%. The decision to issue small ‘pattas’ for ‘bajari’ would solve a big problem. The withdrawal of royalty on waste marble blocks that are used in construction is also a welcome move.

Some other decisions that would benefit Udaipur Division include the provision to give seed mini kits free of charge to BPL and Antodaya SC and non-SC farmers of Udaipur Dungarpur, Banswara and Pratapgarh districts. In every Vidhan Sabha area, 15-km long new roads are to be built and 100 hand-pumps are to be set up. ITI’s at district headquarters is to have a smart classroom. Out of 12 ancients to be constructed in the Division Udaipur is to have four, Dungarpur, four (Mandwa, Kharpada, Panchkhundi and Japhra) Banswara five (Kundla, Mahundiwada, Sarwatwala Nala, Umriwala Nala and Chirowali) and Pratapgarh one (Mota Dhamania).

Udaipurites would also have the benefit of several other declarations concerning different classes of citizens.

Not setting up of a high court bench in Udaipur that would have benefited a large number of people, especially the tribal poor ones, is a big disappointment. It has been a long-standing demand of the region. Another expectation of Udaipurities to make the city a film city has also been ignored. Maybe these demands are fulfilled during the debate and the Chief Minister reply.

What is your take on the state budget, do tell us in the comment section below.

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अच्छी खबर : उदयपुर-मैसूर के बीच अब ‘हमसफ़र’

जिस ‘हमसफ़र’ की हमें ज़रुरत थी आख़िर उस ‘हमसफ़र’ का साथ मिल ही गया। 19 फरवरी से उदयपुर से मैसूर तक साप्ताहिक ट्रेन शुरू होने जा रही है जिसका नाम ‘हमसफ़र’ रखा गया है। रेलवे बोर्ड ने उत्तर-पश्चिम रेलवे को यह सौगात दी। यह राजस्थान की दूसरी हमसफ़र ट्रेन है, पहली ट्रेन पिछले ही दिनों गंगापुर सिटी से तिरुचरापल्ली के मध्य चली थी।

Udaipur mysore humsafar express
Photo Credit : Shivam Sadhu/ raah_chalta_

उदयपुर-मैसूर हमसफ़र एक्सप्रेस में कुल 18 डिब्बे होंगे जिनमें 2 डिब्बे पॉवर कार बाकि के सभी 16 डिब्बे वातानुकूलित(ए.सी.) के होंगे। यह ट्रेन उदयपुर से 19 फरवरी को मैसूर के लिए रात में 9 बजे निकलेगी और 43 घंटो का सफ़र करते हुए बुधवार की शाम 2:25 बजे मैसूर पहुंचेगी। मैसूर से यही ट्रेन 22 फरवरी को सुबह 10 बजे चलेगी और उदयपुर तड़के 4:55 उदयपुर आएगी।

इस ट्रेन के चलने से उदयपुर और मैसूर जैसे दो महत्वपूर्ण शहर जुड़ेंगे। साथ ही साथ उदयपुर से पुणे और बंगलुरु जाने वाले लोग जो विभिन्न आईटी कंपनियों में काम करते है, उनके लिए भी इस ट्रेन का चलना फायदेमंद साबित होगा।

इस ट्रेन की मांग लंबे समय से की जा रही थी जो अब जाकर पूरी हुई है। इसका सीधा फायदा उदयपुर के पर्यटन पर होगा जो एक अच्छी बात है।

खजुराहो-उदयपुर एक्सप्रेस अस्थाई तौर पर सोनागिरी में रुकेगी – जैन मेले में होने वाले यात्रिभर को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने खजुराहो-उदयपुर का अस्थाई ठहराव सोनागिरी में रखवाया है। यह ट्रेन 28 फ़रवरी से 3 मार्च तक अस्थाई तौर पर रुकेगी। इसका 2 मिनिट का हालत रहेगा।