gulab bagh, udaipur

137 साल पुराना गुलाब बाग़, जहाँ शहर के बड़े-बुज़ुर्ग आज भी अपना बचपन तलाशते हैं।

सुबह के 5:00 बजे होंगे। शहर के उपनगरीय क्षेत्रों के घरों में बजते अलार्म, सुबह की गहरी-मीठी नींद में सोते लोगों के हाथों से बंद कर दिए जा रहे थे।…
indian children getting education

मिसाल: घर से मिलने वाली पॉकेट मनी से ज़रूरतमंद बच्चों की मदद करता है ये कॉलेज ग्रुप ‘सिद्धम्’

'सिद्धम्' - एक ऐसा ग्रुप जो हर माह अपनी पॉकेट मनी से ज़रूरतमंद बच्चों के लिए कॉपी, किताब तथा अन्य खाने की सामग्री खरीदते हैं और उसे उन बच्चों में…