2014 में शुरू हुए स्वच्छ भारत अभियान में इस साल उदयपुर नगर निगम ने खुद को 1400 में से 1017 नंबर दिये है।पिछले साल देश भर में 310वे स्थान पर रहा उदयपुर, इस बार निगम उम्मीद कर रहा है कि रैंकिंग में ज़बरदस्त सुधार नज़र आएगा। ट्रांसपोर्ट एंड कलेक्शन और ओडीएफ़ के चलते इस बार रैंकिंग सुधरने की उम्मीद है। लेकिन आपको बता दें भले उदयपुर ओडीएफ़ ज़िला घोषित हो चूका हो लेकिन अभी भी कई घर ऐसे है जहाँ शोचालय तक नहीं बने है बावजूद इसके उसे ओडीएफ़ घोषित किया हुआ है। अब बात ये है कि निगम किस बेस पर खुद को ओडीएफ़ से जोड़कर नंबर दे रहा है जबकि हकीक़त कुछ और ही है! कचरा कलेक्शन का काम शुरू तो हो गया है लेकिन अभी भी प्रोसेसिंग और डिस्पोजल के प्लांट का लगना बाकी है। सनेट्री फील्ड साईट भी नहीं है।
खैर ये तो निगम की बात हो गई पर आप लोग भी उदयपुर नगर निगम को नंबर दे सकते है। बस आपको दिये गए इस लिंक को क्लिक करना है और वहाँ अपने आप को सिटिज़न फीडबैक वाले सेक्शन में रजिस्टर करवाना है। उसके बाद आपके सामने कुछ प्रश्न आएँगे उनके उत्तर देकर आप नगर निगम को फीडबैक दे सकते है। ये रही वो लिंक https://swachhsurvekshan2018.org/
लेकिन हम चाहते है कि आप कमेंट बॉक्स में इस विषय पर अपने विचार प्रकट करें ताकि हम आप सब मिलकर एक अच्छी बहस कर सकें। एक अच्छी बहस शायद हमारे शहर के लिये फ़ायदा कर जाए। 🙂
(ऊपर दिये गए फैक्ट्स राजस्थान पत्रिका और दैनिक भास्कर से लिये गए है।)