उदयपुर। झीलों की नगरी उदयपुर में चल रहा टी-20 क्रिकेट का रोमांच बुधवार को समारोहपूर्वक सम्पन्न हुआ, खिताब को टीम महेन्द्रा ने अपने नाम किया। पेसिफिक प्रीमियर लीग के चौथे सीजन में आठ टीमों ने अंतिम दो में पहुंचने के लिए काफी संघर्ष किया और बेहतरीन खेल देखने को मिला। फाइनल मैच महेन्द्रा और पेसिफिक ऑर्गेनिक के बीच खेला गया जिसे महेन्द्रा ने आसानी से जीत लिया।
पेसिफिक स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स करनपुर में हुए फाइनल मैच और प्रतियोगिता के समापन समारोह में अतिथि के रूप में उपस्थित आरसीए सचिव महेन्द्र शर्मा, एस. के. खेतान ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर एस.के. खेतान, वण्डर सीमेंट के वाइस प्रेसिडेंट सिद्धार्थ सिंघवी, युवा किसान नेता कुबेर सिंह चावडा, पीपीएल संस्थापक अमन अग्रवाल, सह-संस्थापक मनोज चौधरी, कमिश्नर डॉ. प्रकाश जैन, ओर्गेनाईजिंग सेक्रेटरी यशवंत पालीवाल ने विजेता टीम को ट्राॅफी दी। श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए महेन्द्रा के तन्मय तिवारी को मैन ऑफ दी मैच का पुरस्कार दिया गया।
सोजतिया मार्वलस के सौरभ चौहान मैन ऑफ दी सीरीज, यूएसए ग्लोबल के युवराज सिंह बेस्ट बेट्समैन, महेन्द्रा के सचिन यादव बेस्ट बॉलर, सोजतिया मार्वलस के विश्वजीत सिंह भीण्डर बेस्ट फिल्डर रहे, इन चारों खिलाडयों को ट्राॅफी के साथ एसएस कम्पनी की ओर से एक-एक क्रिकेट किट भी दिया गया है।
पीपीएल संस्थापक अमन अग्रवाल ने बताया कि पीपीएल की शुरूआत स्थानीय स्तर पर की गयी थी, धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढती जा रही है। स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खिलाडयों के साथ इसमें विदेशी खिलाडयों ने अपनी प्रतिभा दिखाई है। चौथे संस्करण में फ्रेन्चाइजी और खिलाडयों में प्रतियोगिता को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया । आगामी वर्षों में इसे आईपीएल की तर्ज पर करवाने का लक्ष्य है, अगले साल प्रतियोगिता डे – नाइट के रूप में करवाने की योजना है।
मुख्य अतिथि आरसीए सचिव महेन्द्र शर्मा ने कहा कि राजस्थान में इस तरह की प्रतियोगिताओं के आयोजन से नये खिलाडयों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता है । साथ ही उन्होंने आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि पीपीएल में नये खिलाडयों द्वारा अच्छा क्रिकेट देखने को मिला और ये उनके लिए सीखने का अच्छा अवसर है।
सह-संस्थापक मनोज चौधरी ने बताया कि फाइनल में पेसिफिक ऑर्गेनिक पहले बल्लेबाजी करते हुए पूरी तरह से लडखडाती हुई नजर आयी और 8 विकेट खोकर 128 रन ही बना पायी, टीम की ओर से सोमराज बिश्नोई ने 5 छक्कों की मदद से 62 बॉल में 70 रन तथा हितेश पाखरोत ने 11 बॉल में 14 रन के योगदान किया । टी-20 फोरमेट के अनुसार आसान से लक्ष्य का पीछा करने उतरी महेन्द्रा की टीम ने मनोज त्यागी के 56 बॉल 51 रन, तन्मय तिवारी के 22 बॉल 41 रन तथा करण सिंह के 26 बॉल में 25 रन की मदद तीन विकेट के नुकसान पर जीत हासिल कर ली। महेन्द्रा की ओर से सचिन यादव ने 2, रोहित सुथार और ध्रुव परमार ने एक-एक विकेट लिया। पेसिफिक ऑर्गेनिक के देव नारायण वेद, प्रद्युमन पारिख और हितेश पाखरोत ने एक-एक विकेट लिया।
पेसिफिक ऑर्गेनिक रनर अप रही।
एस. के. खेतान ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर एस.के. खेतान ने कहा कि वे खिलाडयों और इस तरह की प्रतियोगिताओं में सहयोग के लिए वे हमेशा तत्पर हैं। प्रतियोगिता में खेल के स्तर को देखकर कहा जा सकता है कि यहां खेले हुए खिलाडी जल्दी ही राष्ट्रीय – अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर खेलेंगे। वण्डर सीमेंट के वाइस प्रेसिडेंट सिद्धार्थ सिंघवी ने कहा कि वण्डर सीमेंट क्रिकेट अकेडमी खिलाडयों को आगे बढाने के लिए उच्चस्तरीय कोचिंग और सुविधाएं प्रदान कर रही है और भविष्य में इसका विस्तार किया जाएगा। युवा किसान नेता कुबेर सिंह चावडा ने कहा कि पीपीएल टूर्नामेंट से ग्रामीण क्षेत्रों के क्रिकेटरों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला है, उन्होंने कहा कि सिर्फ ग्रामीण अंचल के खिलाडयों के लिए भी इस तरह की प्रतियोगिता होने से कई और खिलाडी सामने आ सकते हैं।
कमिश्नर डॉ. प्रकाश जैन ने बताया कि क्रिकेट का खेल आपसी सामन्जस्य, टीम भावना और मेहनत की सीख देता है। पीपीएल में स्थानीय से लेकर विदेशी खिलाडयों का होना इसकी लोकप्रियता का दर्शाता है। आयोजन समिति की ओर से धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी खेल प्रतियोगिता में खिलाडयों की उपस्थिति, अनुशासन और प्रदर्शन खेल के स्तर को ऊँचा उठा देता है पीपीएल में भी यही देखने को मिला है।
आर्गेनाईजिंग सेक्रेटरी यशवंत पालीवाल ने कहा कि फ्रेन्चाइजी, खिलाडयों और दर्शकों के उत्साह को देखते हुए आगामी टूर्नामेंट को अधिक रोचक बनाया जाएगा। इस बार दर्शकों के लिए कैच पकडने पर विशेष पुरस्कार रखे गये थे ।