नई उम्मीदों के साथ उदयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2012 का समापन

नई उम्मीदों के साथ उदयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2012 का समापन

wzcc एवं  सेलिब्रेशन मॉल के सहयोग से आयोजित प्रथम इंटर नेशनल फिल्म फेस्टिवल २०१२ का रंगारंग समापन रविवार शाम शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में हुआ | फिल्म फेस्टीवल के दुसरे दिन सुबह गौरव पंजवानी ने स्क्रिप्ट राइटिंग पर कार्यशाला ली । जिसमें गौरव पंजवानी ने वर्कषाप के दौरान वहां उपस्थित विघार्थीयों एवं इसमें रूचि रखने वाले प्रतिभागीयों को बताया की स्क्रिप्ट और नोवेल मे क्या अंतर है । उन्होंने दोनों में फर्क बताये । उन्होंने बताया की अगर हमें स्क्रिप्ट बनानी है तो हमारे मन में जो भी विचार आते है या कोइ एक्टीवीटी करते हैं तो हम उस पर भी स्क्रिप्ट तैयार कर सकते हैं । अगर हम पहली बार स्क्रिप्ट तैयार कर रहे हैं तो हमारी स्क्रिप्ट रोचक नहीं बन सकेगी पर हम बार बार इसका प्रयास करते  रहे तो यह बिल्कुल परफेक्ट बन पाएगी ।


सेलिब्रेशन मॉल   पर भारतीय सिनेमा के 100 वर्ष की यात्रा पर एक घण्टे का सेमीनार आयोजित किया गया । जिसमे भारतीय सिनेमा के उत्थान विकास, उतार,चढाव आदि पर विस्तार से चर्चा की गई । गौरव पंजवानी ने बताया की एक समय था जब सिनेमा एक मनोंरजन का साधन था पर आज ये सन्देश के साथ साथ सुधार पर भी जोर देता है । आज गलैमर हावी है तो शिक्षा  प्रद सिनेमा भी बन रहा है ।


आकाषवाणी उदयपुर के निदेषक माणिक आर्य ने बताया की सिनेमा वह माध्यम है जो समाज का यर्थात चित्रण हमारे सामने रखता है| पहले भी था आज भी है चाहे उसके मानक भले ही बदल गए हो ।

हनु रोज  ने बताया की समारोह के आखीर में अगले वर्ष 2013 मे आयोजित किये जाने वाले द्धितीय उदयपुर इन्टरनेषनल फिल्म फेस्टीवल का पोस्टर विमोचन किया गया। इस दौरान फेस्टीवल निदेषक हनु रोज , I.G. टी.सी डामोर, फिल्म मेकर गौरव पंजवानी,साहित्यकार नन्द चतुर्वेदी, कलाविज्ञ अम्बालाल दमामी, बृजमोहन जावलीया एवं समाज सेवी जतन देवी बोहरा उपस्थित थे । हनु रोज ने यह भी  बताया की समारोह अब प्रतिवर्ष उदयपुर में होगा । इस वर्ष दो दिनो में हजारों लोगों ने समारोह में भाग लेकर इस समारोह को अपनी मोलिक पहचान का रास्ता दिखाया है । अगले वर्ष से समारोह प्रतियोगी श्रेणियों में विभाजित किया जाएगा । लाइफ टाइम अचिवमेन्ट अवार्ड के साथ अन्य अवार्ड केटेगरी तथा भव्य क्लोसिंग सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा ।

जाया बच्चन अभिनीत ‘मेहरजान‘ के साथ फिल्मो का समापन :

दर्पण सभागार में भारत, इराक, जर्जिया, आयरलैंड, रूस, बंगलादेश आदि फिल्मो का प्रदर्शन किया गया | इनमे खास तौर पर सन ऑफ़ बेबीलोन,   मोमबती ,मेहरूनी, कमेरा,1937, द अप्रेल चिल जैसी फिल्में प्रमुख थी हैं | राजस्थान से दिवाकर की दुष्य तथा राकेष गोगना की द एण्ड दिखाई गई । सेलिब्रेशन मॉल पर द रोड होम ,मार्टियन सिल्क रोड आदि फिल्मो का प्रदर्षन किया गया | इसके बाद जाया बच्चन अभिनीत  बंगलादेश की फिल्म मेहरजान के प्रदर्षन के साथ ही इस दो दिवसीय समारोह का समापन हुआ ।

दो दिवसीय फेस्टीवल में  स्थानीय लोगों, फिल्म लर्वस, फिल्म और मिडीया से जुडे विघार्थीयों ने बढ चढ कर भाग लिया व अपना अपार समर्थन देकर इसे एक शानदार व सफल आयोजन बनाया । इसके लिए उदयपुर और यहां की जनता को धन्यवाद ।

Photo Gallery :

(Press Release)

Special Thanks to Mr. Ashwini Bagga & Mrs. Nisha Bagga

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