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मजबूत बनेगा उदयपुर, इसके कई सारे प्रोजेक्टस होंगे पुरे।

उदयपुर अब मज़बूत बनने वाला है, साथ ही ख़ुशी और समृद्धि भी बढ़ने वाली है। असल में उदयपुर में कुछ प्रोजेक्ट थे, कई वक्त से कई सारी जगहो पर काम चल रहा है जो उदयपुर की दुर्दशा को बदलने वाले है। कुछ प्रोजेक्ट्स पर तेजी से अभी भी काम चल रहा है। उदयपुर शहर की पहचान ही पर्यटन के लिए की जाती है। यहाँ तक कि कोरोना काल तक में भी पर्यटकों ने यहाँ की सैर करना नहीं छोड़ा।

उदयपुर स्थित कुम्हारों का भट्टा और सेवाश्रम फ्लाईओवर का काम पूरा होगा, इसके साथ ही अहमदबाद हाईवे की तरफ ग्रेट सेपरेटर, इंटरनेशनल फ्लाइटे भी शुरू होगी। रनवे का काम भी पूरा हो चुका है। गुलाब बाग में बर्ड पार्क बन चुका है और ट्रैन भी चलना शुरू होने वाली है। केवड़े की नाल में बोटेनिकल पार्क, माछला मगरा में लव कुश वाटिका, कालका माता नर्सरी में प्रदेश का पहला एग्रो फारेस्ट रिसर्च सेंटर जो आदिवासी ग्रामीणों की कमाई और वन क्षेत्र बढ़ाने में उपयोगी है, सभी का काम पूरा होने में है। अहमदाबाद उदयपुर ब्रॉडगेज का काम भी पूरा हो चुका है। यह रेलमार्ग उदयपुर से अहमदाबाद के जरिये दक्षिण भारत के कन्याकुमारी तक इसकी पहुँच है।

उदयपुर पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना बताती है की उदयपुर में हर साल 10 लाख से भी ज्यादा देशी पर्यटक आते है अगर ट्रैन शुरू हो जाएगी तो केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र आदि के पर्यटकों की संख्या बढ़ जाएगी। उदयपुर के लिए अंतर्राष्ट्रीय उड़ाने कामगारों के खाड़ी देशों में आने जाने के लिए और टूरिस्ट संख्या में इज़ाफ़े के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।

उदयपुर में पुलिस का दूसरा ट्रेनिंग सेंटर बनने का भी काम चल रहा है, जहां 500 से भी अधिक जवान प्रशिक्षण ले सकेंगे। साथ ही शहर के महाराणा प्रताप खेलगांव में एथलीटों के लिए 400 मीटर का पहला सिंथेटिक ट्रैक बनेगा, कानपुर खेड़ा में प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए लेवलीकरण का 90% काम पूरा हो चुका है। खेलगांव में ही 5 हजार क्षमता वाला मल्टी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स इस साल के आखिर तक मिल जाएगा। यहीं पर 25 और 50 मीटर की शूटिंग रेंज बनाने के लिए बजट जारी हो चुका है।

पर्यटक आंकड़े-

रिकॉर्ड 85000 पर्यटक अप्रैल में उदयपुर सैर करने आए थे जबकि अप्रैल तो ऑफ सीजन होता है।
100580 पर्यटक अगस्त 2021 में उदयपुर आए जो हर साल अगस्त मास से 35-50% ज्यादा रहा है।
अक्टूबर नवंबर और दिसंबर 2021 में 4.55 लाख पर्यटक आए। यह आंकड़ा पूरे साल आने वाले कुल देसी पर्यटक का लगभग आधा था।
दिसंबर महीने में आंकड़ा 1.80 लाख तक पहुंचा।

कई शहरों में से उदयपुर अव्वल –
1. मार्बल इंडस्ट्री- उदयपुर शहर में एशिया की सबसे बड़ी मार्बल- ग्रेनाइट मंडी है, यहां पर कोटा, राजसमंद, मकराना, जालोर, किशनगढ़, चित्तौडगढ़ आदि से मार्बल आता है। यहां से ग्रीन-सफ़ेद गुलाबी मार्बल भारत सहित पड़ोसी देश बांग्लादेश,श्रीलंका, नेपाल, भूटान, चीन सहित अन्य कई 30 देशों में जाता है। इसकी वजह से 25000 से ज्यादा श्रमिकों को रोजगार मिला है और इसका 5000 करोड़ रुपए का सालाना टर्नओवर है।

2. खनिज सम्पदा- हिंदुस्तान जिंक भारत की सबसे बड़ी व दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लीड माइनर है। यहां पर आरक्षित खनिज 288 मिलियन मीट्रिक टन है। चांदी उत्पादन क्षमता 800 मीट्रिक टन, जस्ता 890000 लाख व सीसा 205000 मीट्रिक टन है। प्राथमिक जस्ता उद्योग में पुरे देश में हमारी 78 प्रतिशत तक की भागीदारी है। मार्च 2022 में 2481 करोड़ रुपए शुद्ध लाभ था और देश में सर्वाधिक चांदी का उत्पादन हुआ है जो 800 मीट्रिक टन है।

3. वन उपज- शहर में हरियाली जंगल इलाका भी काफी फैला हुआ है। 17724 वर्ग किमी में फैले जिले के 23% यानी 2753 हिस्सों में जंगल है, जो प्रदेश में सर्वाधिक है। संभाग के प्रतापगढ़ जिले में 1033 वर्ग किमी जंगल के साथ दूसरे स्थान पर है। चित्तौड़, बांसवाड़ा, राजसमंद व डूंगरपुर में भी जंगल है।

4. मेडिकल हब- प्रदेश में सबसे ज्यादा डॉक्टर उदयपुर में ही है। यहाँ सबसे ज्यादा 6 मेडिकल कॉलेज है। उदयपुर में कुल 2500 डॉक्टर और 10000 नर्स सहित 40000 लोग हेल्थ सेक्टर में जुड़े है। यहां पर एमबीबीएस की 1100 सीटें है, पीजी की 600 सीटे है। मेडिकल एजुकेशन हब 35000 करोड़ रुपए का है। प्राइवेट अस्पतालों का कारोबार कुल 1500 करोड़ रुपए का है।

5. शादी समारोह- शहर में डेस्टिनेशन वेडिंग का काफी प्रचलन है इसे 18 पहले रवीना टंडन ने उदयपुर में शादी करके इसका चलन शुरू किया था, उसके बाद से इसमें काफी उन्नति हो रही है। यहां पर अब सालभर में 500 से भी ज्यादा डेस्टिनेशन वेडिंग हो रही है। यहां पर कई सारे शाही विवाह भी हो रहे है। होटलों में 6-6 माह पहले से एडवान्स बूकिंग हो जाती है। इसका 1100 करोड़ रुपए का टर्नओवर होता है। यहां शादियों में 50 लाख से एक करोड़ का खर्च होता है।

6. खेल भूमि- शहर के कई सारे खिलाड़ी भी अपना दम दिखा रहे है। सोनल कलाल राजस्थान की पहली महिला है जिसका चयन इंडियन-ए-टीम में हुआ। इसके साथ ही पुष्पेंद्र, मानवी सोनी, गौरव साहू और आत्मिक गुप्ता ने स्वर्ण और रजत पाकर देश का मान बढ़ाया है।

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उदयपुर की नए साल से उम्मीदें

नया साल लग गया है और हर नए साल की तरह इस बार उमीदें भी नई है। 2021 में क्या कुछ नहीं देखा हमने: लोकडाउन, कोरोना का बहुत ही भयानक रूप और कुम्हारों के भट्टे का ट्रैफिक। इसी बीच 2022 के पहले हफ्ते में जिस तरह से कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है वो भी चिंताजनक है।

अब इस नए साल में सारी परेशानियों और एक तेज़ी से फैलते वायरस के बीच में लेकसिटी विकास की उम्मीद में है। आइए जानते है 2022 के उन प्रोजेक्ट्स के बारे में जिनसे उदयपुर विकास की ओर अग्रसर होगा।

नए टर्मिनल भवन से अन्तरराष्ट्रीय उड़ानों की आस

महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर इस साल अगर नया टर्मिनल भवन शुरू हुआ तो यहाँ से अन्तरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत हो सकेगी। नया टर्मिनल भवन मौजूदा टर्मिनल से 3 गुना बड़ा होगा। इसमें 6 एयरोब्रिज बनेंगे। वहीं, टर्मिनल-2 बनने से एयरपोर्ट पर स्थायी रूप से कस्टम और इमीग्रेशन काउंटर खुलेंगे। जहाँ उदयपुर में हर साल पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है वहीं उदयपुर एयरपोर्ट में नयी कार्गो सुविधाएं शुरू हो चुकी है। ऐसे में देश-दुनिया से जोड़ने के लिए यहाँ अन्तरराष्ट्रीय उड़ने भी अगर शुरू हो जाती है तो उदयपुर देश की नंबर-1 टूरिस्ट सिटी भी बन सकता है।

एडवेंचर स्पोर्ट्स होगा पर्यटन का आकर्षण

2021 में उदयपुर में रिकॉर्ड तोड़ पर्यटक आए और नए वर्ष में भी रिकार्ड्स टूटने की पूरी संभावना। साथ ही फतेहसागर झील के किनारे एडवेंचर एक्टिविटीज़ भी शुरू होने की संभावना है। यह एडवेंचर स्पोर्ट्स पर्यटकों के लिए के नया आकर्षण होगा। इसमें बंजी जंपिंग और स्काई साइकिल जैसी एडवेंचर एक्टिविटीज़ होंगी।

क्रिकेट स्टेडियम का शुरू हो निर्माण

कानपुर खेड़ा में अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के लिए ज़मीन आवंटन के बाद अब वहां स्टेडियम के निर्माण पर काम होना है। इसको लेकर कवायद भी शुरू हुई है लेकिन नव वर्ष में उम्मीद है की इस पर काम शुरू कर स्टेडियम तैयार हो जाए।

नीमच माता तक रोप-वे

फतेहसागर से देवली छोर होकर रोप-वे बनाने की तैयारी चल रही है, जिससे सीधे नीमच माता मंदिर तक पहुंचा जा सकेगा। इसके लाइसेंस प्रक्रिया के लिए कलेक्टर ने आपत्तियां भी मांग ली हैं। लाइसेंस के बाद अगली प्रक्रिया शुरू होगी।

दो नए फ्लाईओवर होंगे तैयार

सेवाश्रम और कुम्हारों का भत्ता फ्लाईओवर जिससे सबसे ज़्यादा वाहनों की आवाजाही में तकलीफ हो रही है, वो 2022 में पूरा बन के तैयार हो जाएगा। वो बनने के बाद देहलीगेट चौराहा के फ्लाईओवर के प्रस्ताव पर भी काम शुरू होगा जो वह होने वाले जाम से मुक्ति दिलाएगा।

आयड़ को संवारने का सपना

आयड़ नदी को संवारने के लिए सालों से प्लान बन रहा है, लेकिन अभी तक यह साकार नहीं हुआ है। प्रोजेक्ट को साकार करने के लिए जनप्रतिनिधियों व अफसरों को काम कर 2022 में परिणाम देने चाहिए जिससे इस साल आयड़ नदी की नई तस्वीर सामने आएगी।

चिकित्सा और मेडिकल के क्षेत्र में विस्तार विकास

उदयपुर मेडिकल हब के रूप में विकसित हो चूका है। यहाँ 6 मेडिकल कॉलेज हैं, जो की प्रदेश में सर्वाधिक है। अब यहाँ मरीज़ों को उच्च स्तरीय सुविधाएं प्राप्त हो उसके लिए नव वर्ष में विस्तार और विकास की ज़रूरत है। मेडिकल का कन्वेंशन सेंटर तैयार होना चाहिए, जिसमे एक साथ पांच से दस हज़ार लोगो को बैठने की व्यवस्था हो, वहीं यहाँ उनके आवास व अन्य सुविधाएं भी उसी परिसर में उपलब्ध हो। संक्रामक रोग अस्पताल व अनुसन्धान केंद्र अलग से होना ज़रूरी है ताकि कोरोना जैसी महामारी में अन्य मरीज़ों का उपचार प्रभावित ना हो।

इस साल बर्ड पार्क शुरू होगा

इस साल गुलाबबाग में बर्ड पार्क की शुरुआत होगी। पार्क में अभी तक 7 पिंजरे तैयार हो चुके है, जिसमे 5 पिंजरों में विभिन्न प्रकार के तोते होंगे। एक पिंजरे में मकाऊ, ककाऊ पक्षी होंगे। एक में बर्ड्स ऑफ़ प्रे व ग्रीन मुनिया होंगी। पहले से ही सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से 7 एमु लाकर छोड़ दिए है। साथ ही उल्लू सहित अन्य पक्षियों के पिंजरे बनाए जा रहे है। पिंजरों पर रंग का काम पूरा हो गया है। अब बस बर्ड पार्क खुलने की देर है।

उम्मीद है की ये सभी सौगाते साल ख़त्म होने से पहले हमारे शहर को मिलेंगी। इन्ही उम्मीदों के साथ एक और चाह है की हम सब कोरोना की गाइडलाइन्स की सही से पलना करे और विकास और उम्मीद की गाड़ी को आगे बढ़ने दें।