कोरोना के बढ़ते केसेस को देखते हुए अब प्राइवेट हॉस्पिटल्स उनके पास स्थित किसी भी होटल के साथ MoU कर असिम्पटोमैटिक मरीज़ों की ट्रीटमेंट की व्यवस्था करवा सकतें हैं। इसके लिए सरकार ने दरें भी तय कर दी है।
- हाई क्लास होटल – ₹ 5000/- plus taxes (per day)
- मीडीयम क्लास होटल – ₹ 4000/- plus taxes (per day)
- स्टैंडर्ड क्लास होटल – ₹ 3000/- plus taxes (per day)
इन होटलों में रहने वाले मरीज़ों को दो टाइम की चाय, सुबह का नाश्ता, दो टाइम का खाना, पानी, हाउसकीपिंग, डिसइन्फ़ेक्शन, दवा, लो-फ़्लू ऑक्सिजन के लिए सिलेंडर, मास्क और कंस्यूमेबल जैसी सुविधाएं उप्लब्ध कराई जाएँगी।
बिना लक्षण वाले कोरोना पेशेंट्स को किसी विशेष चिकित्सा उपचार की ज़रूरत नहीं होती लेकिन चिकित्सकीय पर्यवेक्षण यानि medical supervision की ज़रूरत होती है। ऐसे असिम्पटोमैटिक पेशेंट्स के लिए डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में भर्ती करने की बजाय कोविड केयर सेंटर में रखा जाना जाता है। ऐसी स्थिति में प्राइवेट हॉस्पिटल्स अपने पास स्थित किसी भी होटल के साथ MoU कर उन्हें कोविड केयर सेंटर के रूप में अधिकृत कर सकतें हैं।
होटलों को कोविड केयर सेंटर में अधिकृत करवाने के लिए हॉस्पिटल्स को जिला कलेक्टर से अनुमति प्राप्त करनी होगी। जिसके बाद सरकार द्वारा तय मापदंडों और दरों के अनुरूप वहां असिम्पटोमैटिक मरीज़ों का ट्रीटमेंट उपलब्ध करवाया जा सकता है।
निजी हॉस्पिटल्स को अपनी ओर से 24 hours डॉक्टर की सुविधा देनी होगी। इसके अलावा जिन होटल्स को एक्सटेंडेड आर्म कोविड केयर सेंटर की रूप में अधिकृत किया है वहां एम्बुलेंस, मेडिकल वेस्ट डिस्पोज़ल, दवा और सीसीटीवी की ज़िम्मेदारी भी प्राइवेट हॉस्पिटल्स की होगी।
पेशेंट्स के डिस्चार्ज होने तक उनके सभी व्यय सम्बंधित प्राइवेट हॉस्पिटल लेगा और होटल को भुगतान भी हॉस्पिटल ही करेगा।