हम सभी कल जब ‘चिल्ड्रेन्स डे’ पर फेसबुक, इन्स्टाग्राम और ट्विटर पर स्टेटस, फ़ोटोज़ अपलोड कर रहे थे ठीक उसी समय उदयपुर की बेटी दिल्ली में राष्ट्रपति से सम्मानित हो रही थी। महज़ 7 साल की लब्धि स्केटिंग में अब तक 62 से ज्यादा मैडल जीत चुकी है, उनमे से 3 इंटरनेशनल मैडल भी शामिल है। बाल दिवस पर राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने लब्धि को असाधारण उपलब्धियों के लिए ‘राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ से सम्मानित किया। लब्धि को रजत पदक के साथ सर्टिफिकेट, बुक वाउचर और नकद-राशि दी गई। लब्धि का पूरा परिवार इस अवसर पर वहाँ मौजूद था।

टेनिस खेलना था, स्केटिंग में नाम कर लिया : जब पौने तीन साल की थी तब टेनिस सिखाने के लिए अकादमी ले गए। पैरों की मजबूती के लिए कोच ने स्केटिंग और दौड़ना शुरू करवाया पर स्केटिंग में ज़बरदस्त परफॉरमेंस देख कर इसी में आगे बढ़ने का फैसला किया।
लब्धि बताती है कि उनका लक्ष्य 2024-ओलिंपिक और वर्ल्ड-चैंपियनशिप में परफॉर्म करना है और वह अभी से ही तैयारियों में जुट गई है। लब्धि ने 3 साल की उम्र से ही स्केटिंग सीखना शुरू कर दिया था। आज भी वो दिन में घंटो प्रेक्टिस करती है। लब्धि के घरवाले बताते है उनकी सफलता के पीछे कोच मंजीत सिंह का बहुत बड़ा योगदान रहा है।

इससे पहले उदयपुर की दो बेटियाँ अपुर्वी चंदेला और भक्ति शर्मा भी राष्ट्रपति से सम्मानित हो चुकी है।
लब्धि, अपुर्वी और भक्ति शर्मा हमारे समाज के लिए प्रेरणा है कि कैसे अपने बच्चो को पढाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज़ में भी आगे बढ़ाना चाहिए।

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