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पर्यावरण को बचाने का एक अनोखा प्रयास है “वर्टीकल गार्डन”

भीलवाड़ा शहर में एक कॉलोनी ऐसी है जहाँ इतने पेड़ -पौधे लगाए गए है की सडको के अलावा खाली जमीन नहीं बची। पर्यावरण के प्रति जागरूक यहाँ के लोग अब “वर्टीकल गार्डन” विकसित कर रहे है। इसकी शुरुआत लोगो ने अपने मकानों की चारदीवारों से ही की है। उसके बाद 20 फिट ऊँचे गेट को भी उद्यान की शक्ल दे दी है। गेट की ऊंचाई पर तीन सो से ज्यादा गमले लगाए गए है।
हरनी महादेव रोड स्थित कुमुदविहार की पहचान अब “ग्रीन कॉलोनी” के रूप में होने लगी है।
इतने पेड़ लगाए जाने पर एक टीम द्वारा चेक किया तो कॉलोनी के बाहर का पारा 42.7 डिग्री और कॉलोनी के अंदर का तापमान 38 डिग्री था।

जानिए क्या है वर्टीकल गार्डन –

यह नई शैली का एक बगीचा है,जिसे दीवारों पर लंबवत रूप में बनाया जाता है। यह न केवल आपके घर के आकर्षक का केंद्र है बल्कि पर्यायवरण के लिए प्राकृतिक शुद्ध हवा भी प्रदान करता है। यह ना सिर्फ आपके घर को अधिक खूबसूरत बनाते हैं, बल्कि घर के भीतर की हवा को नेचुरली प्यूरिफाई भी करते हैं।
वर्टिकल गार्डन एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग लंबे समय तक वर्टिकल पैनल पर पौधों को उगाने के लिए किया जाता है। वर्टिकल गार्डन घर को तरोताजा और हवा को शुद्ध करने के साथ-साथ आवश्यक पोषण भी प्रदान करते है।गर्मियों में, आउटडोर वर्टिकल गार्डन एक ऐसी प्रक्रिया का उपयोग करते हैं जिसे वाष्पीकरण कहा जाता है, जो अपने चारों ओर हवा को ठंडा करने में मदद करता है।कई इमारतों में उनके बाहरी हिस्सों पर वर्टिकल गार्डन बनाने से इमारतों के तापमान में उतार-चढ़ाव, यूवी विकिरण, भारी बारिश से सुरक्षा और इन्सुलेशन प्रदान करते हैं

अब तक तो यह शुरुआत सिर्फ भीलवाड़ा ने ही की है, आगे दुनिया भर में इसकी शुरुआत करके हर शहर अपने शहर को ” ग्रीन शहर” के रूप में बना सकता है। हर कॉलोनी अपनी कॉलोनी को “ग्रीन कॉलोनी ” बना सकती है। हर घर में अगर इस प्रकार की शुरआत हो गई तो ये हमे गर्मियो से तो राहत देगा ही साथ ही साथ पर्यावरण को लेकर एक अनूठा प्रयास भी होगा।