केम्ब्रिज विश्वविद्यालय, लंदन से सम्बद्ध केम्ब्रिज अन्तर्राष्ट्रीय परीक्षा कार्यक्रम (Cambridge International Examinations-CIE), 5 से 19 वर्ष के बच्चों के लिए अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा प्रदान करने वाला भारत एवं विश्व का सबसे बड़ा प्रदाता है। इनके कार्यक्रम और योग्यताऐं 160 देशों में अधिकतम स्कूलों द्वारा अपनाऐ गए हैं।
यह शिक्षा कार्यक्रम जीवन भर चलने वाली सोच और कौशल का विकास करती है जो शिक्षार्थियों को निरंतर बदलती दुनिया में सफलता के लिए तैयार करती है।
CIE द्वारा चलाए जाने वाले पाठ्यक्रम विश्व भर के विश्वविद्यालयों एवं काॅलेजों द्वारा मान्यता प्राप्त है।
संगम स्कूल आॅफ एक्सीलेंस (द वल्र्ड स्कूल) छात्रों के लिए अंतराष्ट्रीय शिक्षा सतत एवं सरल रूप में प्रदान करवाने के लिए प्रतिबद्ध है।
संगम स्कूल को, विश्व के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा और कार्यक्रम प्रदान करने वाले CIE – सी. आई. ई. (कैम्ब्रिज़ विश्वविद्यालय अंतर्राष्ट्रीय परीक्षायें, लंदन) से मान्यता प्राप्त है।
जिसमें विद्यालय को कक्षा 9 और 10 के लिए सर्वाधिक ख्याति प्राप्त IGCSE पाठ्यक्रम एवं कक्षा 6 से 8 के लिए Cambridge Checkpoint पाठ्यक्रम को चलाने के लिए मान्यता प्रदान की गई है।
ICE कैम्ब्रिज़ विश्वविद्यालय का एक विभाग है जो प्रतिवर्ष 450,000 विद्यार्थियों की IGCSE की परीक्षायें करवाता है जो की CBSE, RBSE की तरह पूर्णतया मान्यता प्राप्त परीक्षाऐं है।
IGCSE पाठ्यक्रम विश्व का सबसे अधिक चुना जाने वाला पाठ्यक्रम है।
IGCSE पाठ्यक्रम में छात्रों को 70 से भी अधिक विषयों में से अपनी पसंद के विषयों को चुनने की छूट होती है तथा अधिकतर विषयों में एडवांस एवं कोर स्तर की पढ़ाई करवाई जाती है।
एडवांस स्तर पर छात्रों द्वारा चुने गए विषयों में, छात्रों को एक्सपर्ट बनने का अवसर मिलता है। जबकि कोर स्तर में केवल नाॅलेज बेस्ड जानकारी लेनी होगी।
IGCSE पाठ्यक्रम से विद्यार्थी को सीनियर स्तर की पढाई का सुदृढ़ आधार तैयार करने का अवसर मिलता है।
IGCSE की परीक्षा के प्रश्न पत्र CIE द्वारा भेजे जाऐंगें और उनका परिणाम विश्व स्तर पर घोषित किया जाएगा।
इसी प्रकार कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों को Cambridge Secondary Level -1 programme, की तैयारी करवाई जाएगी, इसे न्ज्ञ में चलने वाले KS3 पाठ्यक्रम के समान मान्यता प्राप्त है। इस पाठ्यक्रम कि विशेषता कक्षा 8 के अंत ली जाने वाली Check point परीक्षा है जो केवल 3 विषयों (अंग्रेजी, गणित एवं विज्ञान) में ली जाती है। इसका परिणाम एक डाईग्नोस्टिक परिणाम होता है, जो यह बताता है कि विद्यार्थी को भविष्य में कौन – कौन से विषय लेने चाहिए। यह परीक्षा भी CIE द्वारा करवाई जाएगी।
इन पाठ्यक्रमों मे छात्र-शिक्षक अनुपात 1ः15 ही रखने की अनुमति है ।
इन पाठ्यक्रमों को चलाने हेतु केम्ब्रिज विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
संगम स्कूल मेनेजमेंट ने यह भी बताया कि इस पाठ्यक्रम को चलाने के लिए सभी तैयारियाँ कर ली गई हैं। और 1 अप्रेल 2012 से इसे नियमित रूप से चलाया जाएगा।
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