उदयपुर में 1 अगस्त 2021, रविवार को वन विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में 72वां जिला स्तरीय वन महोत्सव व घर-घर औषधि योजना आगाज हुआ।
शहर के गोवर्धन विलास स्थित स्मृति वन में कोरोना गाइडलाइन के अनुसार आयोजित जिला स्तरीय समारोह में विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों, वन विभाग, जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इस अवसर पर स्वस्थ राजस्थान-हरित राजस्थान का संकल्प दोहराया।
फतहनगर-सनवाड़ नगर पालिका में कर्मचारियों सहित आम लोगो को भी पौधे बांटे गए।पूरा देश और दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है। कई अनुसंधानों में ये भी सिद्ध हुआ है की कई बिमारियों का सामना करने के लिए ऐलोपैथी के साथ आयुर्वेद का भी महत्त्वपूर्ण योगदान है।
योजना
- घर-घर औषधि योजना के तहत वन विभाग द्वारा संभाग भर में 80 लाख औषधीय पौधे बाटे जाएंगे।
- योजना के तहत प्रत्येक परिवार को पांच साल में तीन बार तुलसी , अश्वगंधा, कालमेघ और गिलोय केआठ-आठ औषधीय पौधे निःशुल्क वितरित किए जाएंगे।
- पौधों का वितरण घर-घर जा के किया जायेगा। अगर आपको इन पौधों की आवश्यकता अभी है तो ये चारों पौधे वन विभाग की सभी नर्सरियों में निःशुल्क उपलब्ध है। पुरे संभाग में आप कही से भी ले सकते है।
उदयपुर में वन विभाग की पौधशालाएं
नर्सरी का नाम | नर्सरी इंचार्ज | कॉन्टैक्ट नंबर |
कालकमता | ज्योति वशिष्ठ | 9414248404 |
चौकडिया | रणवीर सिंह राठौर | 8890565657 |
गोवर्धन सागर | प्रदीप सिंह चौहान | 8107040448 |
हल्दूघाटी | नीतू राठौर | 6350136805 |
कैलाशपुरी | सुधीर कुमार | 9991307515 |
शिल्पग्राम | भावना कँवर | 9680199606 |
अरण्य कुटीर | भेरू लाल गाँधी | 9694964069 |
सीतामाता | राहुल पटेल | 9166813737 |
प्रमुख उद्देश्य
- प्रदेश में औषधीय गुण वाले पौधे अपने घरों में उगाने के इच्छुक लोगों को वन विभाग की पौधाशालाओं में पौधे उपलब्ध कराया जाना।
- इम्यूनिटी बढ़ाने तथा चिकित्सा के लिए उपयोगी औषधीय पौधों की उपयोगिता के बारे में बताकर आमजन को जागरुक करना।
- औषधीय पौधों के प्राथमिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग के सहयोग से प्रमाण-आधारित जानकारी उपलब्ध कराना।
- जन-प्रतिनिधियों, पंचायतीराज संस्थाओं, विभिन्न राजकीय विभागों व संस्थानों, विद्यालयों और औद्योगिक घरानों का सहयोग लेकर क्रियान्वित करना।