इसे कहते है, मेहनत करे कोई और “जनहित” के नाम पर उसका लाभ उठाये कोई ! कुछ ऐसा ही हुआ है हाल ही में “उदयपुर ब्लॉग”(UdaipurBlog.com) के साथ और करने वाले और कोई नहीं अपितु लोकतंत्र के चौथे स्तंभ “पत्रकारिता” के लोग, समाज जिनसे उम्मीद लगाये बैठा होता है कि वे “सच्चाई और साफगोई ” के साथ हर बात आम और खास तक पहुंचाएंगे, किन्तु यही प्रिंट मिडिया जब किसी और के कार्य को अपने “लाभ” हेतु प्रयोग में ले और वो भी इतनी चतुराई से कि कोई उन पर उंगुली नहीं उठा सके.
दरअसल मामला हाई-प्रोफाइल शख्सियत से जुड़ा है. हाल ही में अभिनेता रणबीर कपूर उदयपुर आये. शहर में अलग अलग जगह अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ शूटिंग की और अपनी आदत से मजबूर होकर सभी जगह “धुएं के छल्ले भी उडाये…” उदयपुर ब्लॉग के छायाकार श्री मुज्तबा आरजी ने गणगौर घाट पर उनके इस कृत्य को कैमरे में कैद किया. उदयपुर ब्लॉग ने उन तस्वीरों को मई 28 को अपने फेसबुक पेज(Facebook.com/UdaipurBlog) पर डाला और लो जी हो गया बवाल !
अगले ही दिन ये मामला सुर्ख़ियों में आ गया, 31 मई को एक प्रमुख समाचार पत्र ने खबर प्रकाशित कर दी और जब कल उदयपुर सेशन कोर्ट ने जमानती वारंट जारी किया तो सभी समाचार पत्रों ने 2 जून को खबर छाप दी.
खबर प्रकाशित की तो साथ में सबूत के तौर पर फोटो तो चाहिए था ही, अब किसी के पास फोटो था नहीं तो उदयपुर ब्लॉग के आर्टिकल से या यूबी के ही फेसबुक पेज से फोटो को “कॉपी” किया गया. बहुत सफाई से फोटो पर लगे “वाटर मार्क” जिसमे यूबी(UB – UdaipurBlog.com) का नाम लिखा था, उसे “फोटोशोप” में जाकर हटाया गया और खबर के साथ आज के अखबार में छाप दिया. ये किसी एक समाचार पत्र ने नहीं किया अपितु लगभग सभी प्रमुख समाचार पत्र इस भेडचाल में शामिल रहे.
अगर आपको विश्वास नहीं हो रहा तो पहले देखिये असल फोटो जिस पर उदयपुर ब्लॉग का वाटरमार्क लगा है और रणबीर कपूर सिगरेट पीते दिखाई दे रहे है:
अब देखिये अख़बारों में छपी खबर और उस के साथ छपे फोटो को … :
स्थानीय समाचार पत्रों का तो ठीक, मुंबई के सांध्य दैनिक “मिड डे” ने भी उदयपुर ब्लॉग के फेसबुक पेज से सभी फोटोग्राफ्स को कॉपी किया और उन पर से वाटरमार्क हटाकर उन्हें अपने वेबसाईट पर प्रकाशित कर दिया,बिना क्रेडिट दिए. यहाँ तक भी ठीक था, एनडीटीवी ने मिड डे के हवाले से उन फोटोग्राफ्स को उठाकर अपनी वेब पर प्रकाशित कर दिया. और उसका क्रेडिट मिड डे(Mid-Day.com) को डे दिया. मतलब जिसने असली मेहनत की, उसका कही नाम नहीं… खुल्लम खुला चोरी नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे इसे..???
ये रही मिड डे और एनडीटीवी की खबर, जिसमे एक (मिड डे) फोटो को “क्रॉप”(Crop) करके छाप रहा है तो दूसरा बिना पड़ताल किये उन फोटो के लिए मिड डे को ही क्रेडिट डे रहा है.
- Mid-Day.com : Article (Where they copied the image bluntly by cropping the watermark)
- NDTV.com: Article(Where they gave the image credits to : Mid-Day.com)
अब देखिये असली फोटो, जिन पर यूबी का वाटरमार्क लगा हुआ है:
UdaipurBlog.com Page : Album Link
इस बारे में जब मिड डे की सह संपादक जान्हवी सामंत से बात की तो उन्होंने सफेद झूठ बोलते हुए हमें कहा कि उन्होंने तो ये फोटो एक अन्य वेबसाईट “पिंक विला”(PinkVilla.com) से उठाये है, और वहाँ कोई वाटरमार्क नहीं था. जब उनसे हमने सम्बंधित वेबसाईट पिंक विला के उस पृष्ठ का यूआरएल माँगा तो उन्होंने मेल करने को कहा, किन्तु बाद में कोई मेल किया ही नहीं, हमने अपने स्तर पर पड़ताल की तो पाया कि उपरोक्त साईट पर हमारे फोटो थे ज़रूर,किन्तु वाटरमार्क के साथ(माने पिंक विला की गलती नहीं.. उसने तो उदयपुर ब्लॉग को पूरा पूरा क्रेडिट दिया) – (PINKVILLA.com : Article Link) हमारे पास जान्हवी सामंत का वो मेल भी मौजूद है, जिसमे उन्होंने साफ़ साफ़ कहा है कि फोटो को एडिट करने में या यूबी का वाटरमार्क हटाने में मिड डे का कोई हाथ नहीं,जबकि हकीकत कुछ और ही है.
उदयपुर ब्लॉग को कोई आपत्ति नहीं होती यदि ये समाचार पत्र समूह इन फोटो के लिए यूबी को आभार प्रकट कर देते. यदि इन अख़बारों की तरफ से मांग की जाती तो यूबी मूल फोटो इनको उपलब्ध करवा देता. किन्तु इस तरह एडिटिंग द्वारा वाटर मार्क हटाकर फोटो को अखबार में/ वेबसाईट पर प्रकाशित करना क्या “सर्वाधिकारों” का हनन नहीं ? क्या इसे कोपी राईट एक्ट का उल्लंघन नहीं कहेंगे ?
अब यूबी(UdaipurBlog) अपने 19 हज़ार से अधिक सदस्य पाठकों तथा अन्य विजिटर्स पाठकों से जानना चाहता है कि आगे क्या एक्शन लेना चाहिए…! आपकी राय के अनुसार ही हम सोच समझकर “कॉपी राईट” नियमों के खिलाफ किये गए इस कृत्य हेतु एक्शन लेंगे. उदयपुर ब्लॉग(UdaipurBlog.com) इस हेतु अपने सभी अधिकार सुरक्षित रखता है. इस लेख के द्वारा पुनः सम्बंधित समाचार पत्र समूहों से उनका पक्ष रखने की अपील उदयपुर ब्लॉग करता है. अन्यथा इस खबर पर आगे भी लगातार लेख प्रकाशित किये जाने की सम्भावना से यूबी इनकार नहीं करता. यह तो हम हे जो आवाज़ उठा रहे हे नजाने कितने लोगो के साथ ऐसा किया होगा इन मीडिया वालो ने..!!
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डीस्क्लिमेयर (Disclaimer): जून 02, 2012 को ही हमने इस खबर को यूबी पर प्रकाशित करना चाहा, किन्तु पत्रकारिता के साधारण नियमों के अनुसार किसी भी संगठन के खिलाफ या उनके कार्य विशेष के खिलाफ कोई विषयवस्तु प्रकाशित करने से पूर्व उन्हें पूर्वालोकन हेतु प्रस्तुत करना आवश्यक होता है.इसी सन्दर्भ में इस लेख को प्रकाशन से पूर्व सभी सम्बंधित समाचार पत्र समूहों को प्रूफ के साथ भेजा गया और उनसे आपत्तियां आमंत्रित करनी चाही और उनका पक्ष जानना चाहा. इस सन्दर्भ में सभी को शनिवार दिनाक 2 जून को प्रथम बार एवं सोमवार 4 जून को द्वितीय बार मेल किया गया. आपत्ति प्रस्तुत करने का अंतिम समय पहले शनिवार शाम को रखा गया किन्तु साप्ताहिक अवकाश के चलते बढाकर सोमवार शाम आठ बजे तक किया गया.
मिड डे की तरफ से सोमवार दोपहर में मेल एवं फोन द्वारा “माफ़ी नामा” आया किन्तु उसमे उन्होंने अपनी गलती ” पिंक विला” पर थोपनी चाही जो प्रथम दृष्टया सफ़ेद झूठ है. उस मेल को हू-ब-हू यहाँ प्रकाशित कर रहे है… इसके अतिरिक्त “देश का नंबर एक अखबार” होने का दंभ भरने वालो से लेकर “राजस्थान की माटी” से जुड़ा होने का दावा करने वाले पुराने अखबार और यहाँ तक कि उदयपुर के ही सूरजपोल से प्रकाशित होने वाले एक अन्य अखबार (जिसने इस फोटो को हर खबर के साथ छापा और दावा किया कि खबर भी सबसे पहले उसी ने प्रस्तुत की है) ने अपनी तरफ से कोई प्रतिक्रिया या पक्ष रखने की ज़रूरत ही नहीं समझी, जबकि उन्हें कई बार फोन किया गया अथवा मेल किया गया.
मिड डे द्वारा प्रस्तुत क्षमा पत्र :
(यद्यपि हम इस से सहमत नहीं है क्योंकि इसमें संपादक महोदया सफ़ेद झूठ बोल रही है, फिर भी मिड डे समाचार पत्र के अधिकारों की रक्षा करते हुए उनका पक्ष प्रस्तुत है)
For any queries, solutions – you can reach us on : info@udaipurblog.com