कोरोना से लड़ने के लिए किये लॉकडाउन के चलते जहां देशभर में काम-काज ठप हो गया है, वहीँ इसका एक और दर्दनाख पहलू देखने को मिल रहा है जिसमे देश के प्रवासी मजदुर भाइयो, बहनो और उनके परिवार जल्द से जल्द अपने गाँव पहुंचने के लिए हज़ारो किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहें हैं।
इन प्रवासी मजदूरों की मुश्किलों को थोड़ा काम करने के लिए फ़ेडरल बैंक ने अपने कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिल्टी के तहत, उदयपुर के 80 प्रवासी मजदूरों और उनके परिवार को उनके घर तक पहुंचने का ज़िम्मा उठाया। इसके अंतर्गत फ़ेडरल बैंक ने ट्रांसपोर्टेशन के लिए चार बसों की व्यवस्था की जिससे सभी मजदूर भाई और उनका परिवार चेन्नई से उदयपुर जल्द और सुरक्षित अपने घर पहुंच सके।
चेन्नई से उदयपुर लाने के लिए, 48 घंटे का सफर व 2000 किलोमीटर की यात्रा के लिए परमिशन से लेकर पासेज़, खाने-पीने और सेफ्टी की व्यवस्था की गई। बैंक ने पहले रोड ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी से परमिशन ली गयी। साथ ही उनके सफर करने के लिए इ-पासेज, ट्रेवल किट और खाने-पीने की सामग्री का पूरा प्रबंध किया। इस में मास्क,सेनेटिज़ेर, व कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए पूरी व्यवस्था की गयी।
फ़ेडरल बैंक की मधुबन शाखा के वरिष्ठ प्रबंधक श्री सुरेंद्र नागर व सेक्टर 14, सी ऐ सर्किल, शाखा प्रबंधक, श्री जय शर्मा व उनकी टीम ने उदयपुर पहुंचने पर खाने की सामग्री वितरित की।