नगर निगम की बुधवार को हुई बैठक में शहर को साफ़-सुथरा बनाने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा हुई और सुझाव भी रखे गए। उप-महापौर एवं स्वास्थ समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी की अध्यक्षता में हुई इस बैठें में सभी समिति अध्यक्षों ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये।
स्वच्छ उदयपुर के लिए निम्न प्रस्तावों को लिया गया:
- शहर के छोटी व तंग गलियों और ऊँची घाटियों वाले इलाक़ों से में कचरा संग्रन के लिए 500 हाथ-गाड़िया लगाई जायेगी।
- नगर निगम की सीमा के बाहर कोई भी सफाईकर्मी अपनी सेवाएं नहीं देगा।
- वार्ड पार्षद और जमादार मिल कर तय करेंगें की वार्ड में कितने सफाईकर्मियों की ज़रूरत है।
- शहर के होटलों और रेस्टोरेंट्स की नयी सूची बनाई जाएगी और लाइसेंस की जांच की जाएगी।
- जो ज़मीनें अभी खली पड़ी हैं उसकी सफाई निगम करवाएगा और नियमन के बाद भूखंडधारी से पैसे लिए जायेंगे।
- जो कर्मचारी लगन और ईमानदारी से काम कर सम्बंधित इलाक़े की सफ़ाई की सुचारु व्यवस्था रखेगा, उसे एक लाख रुपए से पुरस्कृत किया जाएगा।
- कचरा संग्रहण के वहां चालक वर्दी में कचरा संग्रहण के लिए जायेंगे।
- सार्वजनिक शौचालयों की सफाई पर नियमित कार्य किया जायेगा।
उदयपुर को स्वच्छ बनाने के लिए नगर निगम के इन प्रयासों में हम भी अपना योगदान दे सकतें हैं।
अपने इलाक़े में काम करने वाले सफ़ाईकर्मी को प्रोत्साहित करें ताकी वो अपना काम मेहनत और लगन से करे और इनाम का हक़दार बने साथ ही हमारा शहर भी साफ़ बने।