Posted inNews पद्म भूषण श्री अनिल बोर्दिया नहीं रहे! अपने घर के एक कमरे में एक साधारण सा ऑफिस... एक साधारण मेज, कुल जमा तीन लकड़ी की बिलकुल साधारण कुर्सियां, जिसमे से एक पर अपनी रीढ़ को बिलकुल सीधा… Posted by aryamanu September 3, 2012